शिमला (एमबीएम न्यूज़) : वीरभद्र बिग्रेड का गठन करने पर पार्टी से बाहर कर दिए गए कांग्रेस सेवादल के पूर्व मुख्य संगठक बलदेव सिंह ठाकुर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंहसुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें प्रदेश कांग्रेस का अब तक का सबसे कमजोर अध्यक्ष बनाया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि सुक्खू की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा मिल रहा है और यह पार्टी के सेहत के लिए खतरा है।
बलदेव सिंह ठाकुर ने आज यहां एक पत्रकार सम्मेलन में नया स्वयंसेवी संगठन वीर कल्याण समिति के गठन की घोषणा की और इसको एक गैर राजनीतिक संगठन बताया, जो प्रदेश सरकार की जनकल्याण नीतियों को सभी जिलों में जाकर जागरूकर करेगा और गरीब परिवारों की कन्याओं के विवाह के मौके पर कन्यादान के अवसर पर कुछ सहायता भी करेगा और प्रदेश पर्यावरण तथा स्वच्छता अभियान में भाग लेगा और लोगों को जागरूक भी करेगा।
इस संगठन के साथ प्रदेश के विभिन्न वर्गों के पूर्व अधिकारियों के जुड़ने का दावा भी उन्होंने किया तथा इसके सभी तार कांग्रेस पार्टी से जोड़ने के संकेत भी दिए।
एक प्रश्न के उत्तर में बदलेव सिंह ठाकुर ने सुक्खू को प्रदेश कांग्रेस का आज तक का सबसे कमजोर अध्यक्ष बताया और कहा कि उनके समय में पार्टी के अंदर गुटबाजी को प्रोत्साहन मिला है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि उन्होंने हाल ही में कुल्लू के पूर्व कांग्रेसियों के निष्कासन को रदद कर दिया है।
उनका कहना है कि सुक्खू ने यह कारवाई एकतरफा की है और पार्टी से निकाले गए अन्य जिलों के कांग्रेस जनों को पार्टी में वापिस क्यूं नहीं लिया। उन्होंने कहा कि उनको वापिस लेने पर पार्टी मजबूत होगी। ठाकुर ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि पार्टी अध्यक्ष से उन्होंने अपने निष्कासन के कारणों के बारे में लिखे पत्र के बारे में कोई उत्तर नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में हाईकमान के नेताओं से भी मिले तथा प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी को कांग्रेस पार्टी की स्थिति के बारे में अवगत कराया। ठाकुर के अनुसार उन्होंने अपने निष्कासन के विरूद्व कोई कारवाई न किए जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कुल्लू की अदालत में एक मामला दर्ज कराया है, जिसकी सुनवाई दिसंबर मार्च में होनी है।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि उनका निष्कासन यदि रदद भी किया जाता है, तो भी वह केस वापिस नहीं लेंगे।