शिमला (एमबीएम न्यूज) : वर्तमान राज्य सरकार युवाओं को गुणात्मक शिक्षा प्रदान के लिए प्रतिबद्ध है तथा राज्य में शैक्षणिक एवं व्यावसायिक शिक्षण केन्द्र खोलने के लिए अनेक पग उठा रही है ताकि विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए राज्य से बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यह बात कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर स्थित कंवर दुर्गा चंद मैमोरियल महाविद्यालय परिसर में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न भागों, विशेषकर दुर्गम क्षेत्रों में 115 राजकीय महाविद्यालय कार्यरत है और इनमें से अधिकांश कांग्रेस सरकारों के शासनकाल में खोले गए हैं।
उन्होंने जयसिंहपुर में 8.10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नए कॉलेज भवन का लोकार्पण तथा 3.11 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले कॉलेज के प्रस्तावित विज्ञान खण्ड की आधारशिला भी रखी। इससे पूर्व, उन्होंने जयसिंहपुर में एक अग्निशमन पोस्ट तथा हारसी में नए स्तरोन्नत पशु अस्पताल का लोकार्पण किया। उन्होंने 3.91 करोड़ रुपये की लागत से हारसी संघोल, जयसिंहपुर, हरोट, करणघाट, उत्तरापुर, सकोह, लुआंडा, दल्ली–भूलोंदर जलापूर्ति योजना के वितरण में सुधार के लिये नींव पत्थर रखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा राज्य के विभिन्न भागों में 1010 से अधिक नए स्कूल खोले अथवा स्तरोन्नत किए गए हैं। प्रारंभिक एवं वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के साथ–साथ उच्च शिक्षा पर बल दिया जा रहा है। राज्य में 24 नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा दो इंजीनियरिंग महाविद्यालय खोले गए हैं। प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में 41 नए राजकीय महाविद्यालय खोले गए हैं तथा इन नए खोले गए शिक्षण संस्थानों के लिए 3355 नए पद सृजित किए गए हैं। प्रदेश के राजकीय तथा केन्द्रीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे सभी विद्यार्थियों को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री आदर्श विद्यालय योजना’ के अन्तर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दो वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में 30 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक अधोसंरचना तथा शैक्षणिक सुविधाएं सृजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री ज्ञानदीप योजना’ के अन्तर्गत सभी हिमाचली छात्रों को 10 लाख रुपये तक के शैक्षणिक ऋण पर चार प्रतिशत वार्षिक ब्याज अनुदान दर पर प्राप्त करने के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में सड़कों तथा विद्युत प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है, ताकि लोगों को रोजगार गतिविधियों से जोड़ा जा सके। उन्होंने प्रदेश के इतिहास तथा संस्कृति के सरंक्षण एवं प्रचार–प्रसार पर बल दिया ताकि युवा तथा आने वाली पीढ़ियां अपनी जड़ों को पहचान सकें। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर राजा संसार चंद की जन्म भूमि होने के नाते शक्ति और सम्मान का द्योतक हैं।
वीरभद्र सिंह ने सीता राम खड्ड पर कंवर दुर्गा चंद मैमोरियल कॉलेज की दूरी कम करने के लिए पुल के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने तीन माह के भीतर कॉलेज परिसर में वाई–फाई सुविधा उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की।
स्थानीय विधायक यादविन्द्र गोमा ने उनके क्षेत्र में निर्माणाधीन विकासात्मक योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र की विभिन्न मांगें भी रखीं तथा क्षेत्र के लिए दर्जनभर विकासात्मक कार्यों तथा विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सरकार ने इस महाविद्यालय के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष जगदीश सिपहिया ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखें तथा जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री को दिया।
कंवर दुर्गा चंद मैमोरियल महाविद्यालय की प्राचार्या वंदना बड़वाल ने महाविद्यालय में विद्यार्थियों के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल, विधायक संजय रत्तन व किशोरी लाल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री चन्द्रेश कुमारी, हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बलवीर टेगटा, उच्च शिक्षा निदेशक दिनकर बुडाथोकी, मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल तथा जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।