शिमला (एमबीएम न्यूज) : एलआईसी एजेंट आनंद चौहान पर कसते जा रहे शिकंजे के बाद से विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर हमले तेज कर दिये है।
शिमला में भाजपा प्रवक्ता राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के संगीन मामलों के बाबजूद पद पर बने रहने को लेकर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस की कार्यप्रणाली को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है।
बिंदल ने कहा कि अब तो एलआईसी एजेंट आनंद चौहान के खिलाफ चार्जशीट भी फाइल हो चुकी है। ऐसे में छः करोड़ की संपति के मालिक यानी वीरभद्र और उनकी पत्नी भी इसमें उतने ही दोषी है। इसलिए भाजपा जो आरोप लगाती रही है कि ये पैसा किसका है और कहां से आया है। यह सब सच सामने आ चुका है। बाबजूद इसके अभी तक मुख्यमंत्री अपने पद पर बने हुए है। इससे कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा सामने आ गया है और पार्टी नैतिकता का हक खो चुकी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के संगीन मामले के चलते प्रदेश की प्रतिष्ठा भी दांव पर है तथा देश भर में इस मामले की चर्चा हो रही है। बिंदल ने कहा कि आज प्रदेश में जो माहौल बना हुआ है, उससे हर तरफ अनिश्चितता और निराशा का आलम है तथा जनमानस पर एक विकट स्थिति बन रही है। साथ ही अफसरशाही के स्तर पर न केवल गलत काम हो रहे हैं, बल्कि भ्रष्टाचार हावी होने के संकेत भी मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मनी लांडरिंग मामले की गंभीरता के मददेनजर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को वीरभद्र को तुरंत पद से हटा देना चाहिए। बिंदल के अनुसार कांग्रेस वही पार्टी है, जब स्वर्गीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने उन पर कोई आरोप पत्र न लगने के बाद भी रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आज वीरभद्र के विरूद्व मनी लांडरिंग के जो भी आरोप लग रहे हैं, उनका जिक्र आनंद चौहान के खिलाफ दायर आरोपपत्र में साफ नजर आ रहा है। फिर भी कांग्रेस आलाकमान उन पर कार्यवाही को लेकर खामोश है।