ऊना (एमबीएम न्यूज़) : वीरभद्र सिंह मेरे बारे में क्या सोचते है, इसकी मुझे परवाह नहीं। जनता के बीच मेरी छवि ठीक हो, इसका हरदम प्रयास करता हूं, ताकि जनता को रास आऊं। यह बात हमीरपुर के सांसद व बीसीसी के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने सोमवार को भरवाई में पत्रकारवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि चाहे मैं विश्व की सबसे धनी संस्था का अध्यक्ष हूं, लेकिन अपने क्षेत्र में आने के लिए आज भी बस में सफर करता हूं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वीरभद्र ने मुझे कभी विकास में सहयोग नहीं दिया है और न ही मेरे किसी पत्र पर कार्रवाई की है, जबकि अनेक योजनाओं को लेकर सीएम कार्यालय से पत्र व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि क्रिकेट की अकादमी धर्मशाला में स्थापित हो, परंतु वीरभद्र सरकार राजनीतिक कारणों से इसके लिए गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार धर्मशाला में भूमि उपलब्ध करवाए, ताकि बिना देरी अकादमी की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
अनुराग ने कहा कि मेरा लक्ष्य हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का सर्वांगिण विकास करना है और इसके लिए प्रदेश व केंद्र से मसले उठाना मेरी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि जनता के साथ वह जुड़े हुए हैं और जनता का ही उन्हें समर्थन व सहयोग चाहिए। सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा है कि 3 हजार करोड़ रुपए की लागत से 50.8 किलोमीटर की ऊना-हमीरपुर के बीच रेललाइन बिछाए जाने का प्रस्ताव है। हमीरपुर संसदीय हलके में ब्राडग़ेज रेल नैटवर्क को मजबूत करने की दिशा में काफी काम किया गया है। ऊना-तलवाड़ा रेललाइन के लिए मोदी सरकार ने 350 करोड़ रुपए मुहैया करवाए हैं। इसी प्रकार भनूपली-बिलासपुर के लिए भी 300 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है।
सांसद ने कहा कि आने वाले दिनों में इस संसदीय हलके में रेल नैटवर्क सबसे अधिक मजबूत होगा। सांसद अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण की गति सुस्त है। प्रदेश सरकार के कारण उद्योगपति प्रदेश से पलायन कर रहे है, जिसके कारण प्रदेश का नाम खराब हो रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हिमाचल की खुलकर मदद कर रही है। हजारों करोड़ के नैशनल हाइवे का एलान इसका प्रमाण हैं।
इसके अतिरिक्त कई केंद्रीय प्रोजैक्ट राज्य को प्रदान किए गए हैं परन्तु प्रदेश सरकार की बेरुखी के चलते विकास की गति धीमी हो रही है। प्रदेश सरकार केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रही है।