मनाली (एमबीएम न्यूज): प्रदेश कार्य समिति के तीसरे दिन के 7वें सत्र को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश की वीरभद्र सरकार पर जबरदस्त हमला बोला।
धूमल ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार गुड गवर्नेंस का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। वहीं हिमाचल सरकार बैड गवर्नेंस का मुख्य प्रतीक बनकर उभरी है। कैबिनेट मंत्री कैबिनेट की बैठकों में एक दूसरे के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। योग्य अधिकारियों को दरकिनार कर व्यक्ति विशेष के प्रति निष्ठा को ध्यान में रखकर प्रदेश का शासन चलाया जा रहा है। धूमल ने कहा कि प्रदेश भर में विकास के काम ठप्प पड़े हैं। सडक़ों की हालत खराब है। वन माफिया, खनन माफिया, ट्रांसफर माफिया, शराब माफिया सक्रिय है। इन सब हालातों से निपटने के बजाय सरकार बदला-बदली व राजनैतिक प्रतिशोध की भावनों से पिछले साढ़े तीन वर्षों से कार्य कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक के बाद एक सभी राजनीतिक साजिशों का खुलासा अदालत के माध्यम से हो रहा है। फोन टैपिंग के मामले में मुख्यमंत्री गुमराह करते रहे कि 1372 से ज्यादा फोन टैप हुए, परंतु जब आरोप पत्र दाखिल किया गया तो मात्र दो टेलीफोन टैप होने की बात कही गई और वह भी संदिग्ध अपराधियों के थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र की मोदी सरकार की भी जमकर तारीफ की।