शिमला (एमबीएम न्यूज़): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार लड़कियों की शिक्षा को विशेष प्राथमिकता दे रही है क्योंकि वही समाज विकास और खुशहाली की राह पर आगे बढ़ता है, जहां महिलाएं सुशिक्षित हों। उन्होंने कहा कि शिक्षा सफलता की कुंजी है और शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार की आवश्यकता है तथा अध्यापकों एवं अभिभावकों दोनों को इसमें अपना भरपूर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री आज शिमला जिले के नेहरू मैदान ठियोग में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज राज्य में सरकारी क्षेत्र में 94 महाविद्यालय व 15534 पाठशालाएं हैं। सरकार ने राज्य के पिछड़े एवं दूरवर्ती क्षेत्रों में अनेक काॅलेज खोले हैं, जिनसे विशेषकर लड़कियां लाभान्वित हुई हैं। प्रदेश सरकार का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा कोप्रोत्साहित करना है, क्योंकि लड़की के शिक्षित होने से समूचा समाज शिक्षित होता है।
उन्होंने कहा कि ठियोग क्षेत्र आलू की खेती के लिए जाना जाता है और अब लोग मौसमी तथा बे-मौसमी सब्जियों के उत्पादन से भी अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं। राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में बागवानी क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है और राज्य के लिए एक हजार करोड़ रुपए की बागवानी विकास परियोजना स्वीकृत की गई है। सरकार ने एंटी हेल नेट पर उपदान 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत किया है।
उन्होंने मतियाना में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के मण्डल कार्यालय, उच्च विद्यालय क्यारटू को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के रूप में स्तरोन्नत करने, माध्यमिक पाठशाला सरवीण को राजकीय उच्च पाठशाला, प्राथमिक पाठशाला कंडा को माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने के साथ-साथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोहरी में विज्ञान कक्षाएंआरम्भ करने की घोषणाएं कीं। उन्होंने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले प्रत्येक स्कूल को अपनी ऐच्छिक निधि से 10 हजार रुपये की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व 97 लाख रुपए की लागत से निर्मित कुफरी-छेयाद सम्पर्क सड़क का लोकार्पण किया और राजकीय डिग्री काॅलेज ठियोग में 6.83 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले विज्ञान खण्ड तथा 24 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले संयुक्त कार्यालय परिसर की आधारशिलाएं भी रखीं। इस परिसर में एसडीएम, तहसीलदार, चुनाव कार्यालय, कोषागार तथा अन्य कार्यालय होंगे। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्रा) ठियोग में 1.80 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली विज्ञान प्रयोगशाला की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने बाद में ठियोग बस अड्डा स्थल का निरीक्षण भी किया।