ऊना (एमबीएम न्यूज) : पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को सलाह देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ललकारने की बजाय साहस जुटाकर सामने आएं। हम हरेक चर्चा के लिए तैयार है। पूर्व मुख्यमंत्री आज ऊना के विश्रामगृह में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने कहा कि वीरभद्र सिंह की हर चुनौती हमें स्वीकार हैं। बहस के लिए वह स्थान तय करे, भाजपा का हर नेता इसके लिए तैयार मिलेगा। धूमल ने कहा कि हम सदा सामने आकर ही बात करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह केवल षडयंत्र की राजनीति करते हैं।
धूमल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय पर हिमाचल सरकार को लिखा पत्र दो सरकारों के बीच का मामला है। हिमाचल सरकार से केंद्र ने भूमि को लेकर स्टेटस तलब किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने द्वारा लिखे गए पत्र को फर्जी बता रहे हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम को खुद अपने कार्यालय के पत्राचार की जानकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 28 जनवरी 2013 को लिखा गया यह पत्र यदि फर्जी है, तो सीएम को इसकी जांच करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जानकारी चाहिए कि ऑफिस कॉपी पर हस्ताक्षर नहीं होते हैं।
धूमल ने कहा कि हम विकास की राजनीति के पक्षधर है ,लेकिन सीएम का विकास की राजनीति से कोई वास्ता नहीं हैं। विधायकों की प्राथमिकताएं ठंडे बस्ते में डाली जा रही हैं। प्रदेश में विधायकों ने 18-18 प्राथमिकताएं दी हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि इन प्राथमिकताओं की डीपीआर तक नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा कि जब विधायक की प्राथमिकताओं पर काम करने की मंशा ही सरकार की नहीं हैं तो ऐसे में प्राथमिकता के लिए बैठकें करना भी बेमानी है।