सुंदरनगर (नितेश सैनी) : विकास खंड सुंदरनगर की कलौहड पंचायत में इस बार फिर महिला का राज होगा। पिछले 15 साल से पंचायत का रोस्टर नहीं बदला गया। इस कारण यहां महिलाएं ही पंचायत प्रधान चुनी गई हैं। चाहे वह आरक्षित वर्ग की महिला हो या फिर सामान्य वर्ग की। हर बार पंचायत प्रधान का पद महिला के लिए आरक्षित कर दिया जाता है। इसके चलते पुरुष प्रत्याशी को पंचायत प्रधान का चुनाव लड़ने का अवसर नहीं मिल रहा है और उनके हितों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है।
पंचायत के कुल सात वार्ड हैं। महिला आरक्षण के तहत पंचायत प्रधान के अलावा पांच वार्ड भी महिलाओं के लिए आरक्षित हो गए हैं। कुल मिलाकर पंचायत में एक बार फिर सबसे निचली संसद महिलाओं के हाथ में रहेगी। स्थानीय लोगों में राम सरन, विकास कुमार, अभिषेक, सुरेंद्र कुमार, राजीव व हेमराज ने बताया कि लगातार तीसरी बार यह पंचायत महिलाओं के लिए आरक्षित होने से पुरुष प्रत्याशी को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है। पुरुष व महिला प्रत्याशी को चुनाव लड़ने का बराबर मौका मिलना चाहिए।