शिमला : छात्र संगठन एबीवीपी राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर हो गई है। एबीवीपी ने विवि प्रशासन व सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। छात्र संघ चुनाव बहाली पर सरकार के ढुलमुल रवैया की विद्यार्थी परिषद ने कड़ी आलोचना की है। परिषद ने सरकार पर आउटसोर्स यानी ठेका प्रणाली को बढ़ावा देना का भी आरोप लगाया है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विद्यार्थी परिषद आगामी दो अगस्त से अपने आंदोलन का आगाज करेगी तथा 13 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन करेगी।
एबीवीपी के प्रांत सचिव राहुल राणा ने आज यहां प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश विवि में छात्र संघ चुनाव बहाली को लेकर परिषद लंबे समय से आंदोलन कर रही है और सरकार से चुनाव बहाली की उम्मीद लगाई थी। लेकिन पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने विवि दौरे के दौरान एससीए चुनाव न करवाने के संकेत दिए थे। राणा ने कहा कि सरकार ने केंद्रीय छात्र संघ (एससीए) के चुनाव को बंद कर छात्रों के हितों से खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि विवि में कर्मचारियों के चुनाव तो हो जाते हैं, लेकिन विद्यार्थियों के चुनाव करवाने में आना-कानी की जा रही है, लेकिन अब विद्यार्थी परिषद इस मामले पर चुप नहीं बैठेगी और इसके लिए आंदोलन को और तेज करेगी।
उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन स्नातक स्तर की परीक्षाओं को घोषित करने में नाकाम रही है और इस कारण विद्यार्थियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। परिणाम घोषित न होने से कारण विद्यार्थी पीजी कक्षाओं में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं और इस कारण वे आगे प्रवेश पाने से वंचित रहे हैं। उन्होंने मांग की कि परीक्षा परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जाए।
राहुल राणा ने कहा कि अपनी मांगोें को लेकर एबीवीपी के आंदोलन की शुरूआत आगामी 2 अगस्त से होगी और उस दिन कालेजों में प्रदर्शन करने के बाद प्रधानाचार्यों के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद 7 अगस्त को इकाई स्तर पर धरना प्रदर्शन होगा और 9 अगस्त को इन मांगों को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 13 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन के बाद डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।