हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़) : उपमंडल भर में दर्जनों नीम-हकीम नकली डाक्टर लोगों की सेहत के खिलाफ करके चांदी कूटने में लगे हुए है। दशकों से चल रहे इस अवैध धंधे पर विभाग भी हमेशा मूक दर्शक बना हुआ है। जिससे इस गौरखधंधे में अधिकारियों की भी मिलीभगत की बू आ रही है।
विकास खण्ड नादौन में चल रहे ऐसे नकली क्लीनिक्स पर नजर दौड़ाएं तो कई संचालक मात्र दसवीं पास है और इस पेशे से उनका दूर का रिश्ता नही है। ऐसे लोगों ने कुछ सेवानिवृत डाक्टरों से साठगांठ कर रखी है और उनके लाईसेंस व प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झौंकने के टांग रखे है। जिन्हें वह ऐसे सेवानिवृत डाक्टरों को इसके लिए यह लोग मासिक पगार दे देते है।
जब भी क्लीनिक मालिकों को विभागीय निरीक्षण का संदेह होता है तो इन सेवानिवृत डाक्टरों को दुकान पर बुला लेते है। लेकिन लोगों का इलाज इन सेवानिवृत डाक्टरों के सामने ही यह झोलाछाप लोग करते आम देखे जा सकते है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह अवैध क्लीनिक मालिक स्ट्राइड दवाइयों से रोगी का इलाज करते रहते है और इस इलाज से रोगी को अन्य दवाइयां बेअसर हो जाती है।
यह धंधा दशकों से चल रहा है लेकिन आज तक विभाग ने ऐसी कोई भी अवैध दुकान बंद नही करवाई है। सीएमओ डा. सावित्री कटवाल से बात करने पर उन्होंने बताया कि बिना डिग्री कोई क्लिनिक चलाता पकड़ा गया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।