ऊना (एमबीएम न्यूज़) : औद्योगिक क्षेत्र गगरेट के समीप शुक्रवार बाद दोपहर मजदूर परिवारों की झुग्गियों में अचानक आग लग जाने से एक चार वर्षीय बालक की जिंदा जलने से मौत हो गई। जिस समय यह अग्निकांड हुआ उस समय मजदूर परिवार एक उद्योग में काम पर गए थे। इसके चलते झुग्गी में सो रहे चार वर्षीय बच्चे को समय पर सुरक्षित निकाला न जा सका। आग लगने के पुख्ता कारणों का पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि बिजली के शार्ट सर्किट से यह हादसा हुआ। गगरेट पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बिहार के मजदूर परिवार औद्योगिक क्षेत्र गगरेट में स्थित एक नामी उद्योग में एक ठेकेदार के पास कार्यरत थे। शुक्रवार को भी इन परिवारों के महिलाओं सहित सभी सदस्य काम पर गए हुए थे। झुग्गियों में एक महिला ही थी।
बाद दोपहर करीब पौने तीन बजे इन झुग्गियों में अचानक आग लग गई और सरकंडे की बनी झुग्गियों ने बारूद की तरफ आग को लपक लिया और पलक झपकते ही सभी सात झुग्गियां राख के ढेर में तबदील होने लगीं। आसपास मदद के लिए कोई न होने के कारण इन झुग्गियों में रखा सारा घरेलू सामान व मजदूर परिवारों द्वारा पेट काटकर बचा कर रखे सारे पैसे भी जल गए। हालांकि जब तक मजदूर परिवार नहीं पहुंचे तब तक किसी को पता ही नहीं था कि इस अग्निकांड में एक मासूम भी आग की भेंट चढ़ गया है।
बिहार के दरभंगा जिले के गांव धेरू के विनोद कुमार ने जब आकर अपनी जली झुग्गी को देखा तो अपने चार वर्षीय बेटे दिलखुश को न पाकर चिल्लाने लगा। जब दहकते अंगारों को हटाकर देखा गया तो दिलखुश भी आग में जिंदा जलकर मर चुका था। विनोद कुमार अपने परिवार के साथ करीब एक साल पहले ही रोजी की तलाश में यहां आया था।
इस अग्निकांड में बिहार के नारायणपुर के राम बालक दास के बीस हजार रुपए, प्रमोद निवासी तमैल के दस हजार रुपए, वैजू निवासी नमती के छह हजार रुपए, संतोष निवासी कैथवा के चार हजार रुपए, जोगिंदर निवासी इब्राहिम पुर के बारह हजार रुपए, विनोद के तीस हजार रुपए, पवन निवासी कैथवा के पांच हजार रुपए भी आग की भेंट चढ़ गए। इन झुग्गियों में बिजली पहुंचाने के लिए एक साथ लगते मकान से तार खींची गई थी। आशंका जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट से ही यह हादसा हुआ।
पुलिस थाना गगरेट के सह प्रभारी अमरीक सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और आग लगने की कारणों की जांच की जाएगी।