बिलासपुर(अभिषेक मिश्रा): स्वारघाट में बुधवार देर रात शोर शार्ट सर्किट से लगी आग से एक क्लीनिक और लैब जलकर राख हो गई है। हालांकि आगजनी की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन क्लीनिक और लैब में रखी दवाइयां, मशीनें व फर्नीचर जलकर स्वाह हो गए हैं। आग से करीब 15 लाख रुपए का नुकसान होने का अनुमान है।
नयना देवी से आई फायरब्रिगेड मशीन की सहायता से करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था। बता दें कि इस क्लीनिक और लैब के साथ एक किताबों व हार्डवेयर की दुकान, करियाना, रेडीमेड कपड़ो की दुकान व अन्य दुकाने भी थी।
गनीमत यह रही कि विद्युत विभाग के कर्मियों ने समय पर बिजली काट दी, जिसके चलते अन्य सभी दुकाने आग की भेंट चढ़ने से बच गई। रात के समय हुए इस अग्निकांड में स्वारघाट बाजार में हाहाकार मच गया।
जानकारी के अनुसार श्री साईं राम क्लीनिक स्वारघाट के मालिक डॉ, अनिल कुमार व उनके कर्मचारी रोजाना की तरह रात के समय क्लीनिक को बंद करके अपने-अपने घर चले गए थे। उनके जाने के बाद करीब साढ़े नौं बजे समीप के दुकानदारों ने क्लीनिक के अंदर से आग की लपटें और धुआं बाहर आते हुए देखा तो सभी दुकानदारों में हाहाकार मच गया।
उन्होंने तुरंत इसकी सूचना क्लीनिक मालिक डॉ, अनिल कुमार, स्वारघाट पुलिस तथा विधुत अनुभाग स्वारघाट को भी दी। इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष बिलासपुर अमरजीत सिंह बंगा भी वहां पहुंचे और स्थानीय दुकानदारों व लोगों के साथ आग बुझाने में डटे रहे। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के लिए ड़ी मशक्कत की लेकिन लेबोटरी की मशीनों में लगी आग पर काबू कर पाना काफी मुश्किल था।
मौके पर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिजली का कनेक्शन काटा। आग पर काबू पाता न देख लोगों ने नयना देवी फायर स्टेशन से सम्पर्क किया और फायरब्रिगेड मंगवाई। करीब डेढ़ घंटे बाद नयना देवी से दमकल विभाग की फायरब्रिगेड मशीन स्वारघाट पहुंची, लेकिन तब तक क्लीनिक व लैब के सारी मशीनरी आग पकड चुकी थी और सब कुछ जलकर राख हो चुका था। बाद में दमकल वाहन ने सारी आग को बुझा दिया।
इस अग्निकांड में क्लीनिक और लैब में रखी ब्लड एनालाइज मशीन, माइक्रो स्कोप, ईसीजी मशीन, इन्कुवेटर, फ्रीज, पंखे, फर्नीचर, दवाइयां आदि जलकर राख हो गई और लगभग 15 लाख रूपये का नुक्सान होने का अनुमान है। गुरुवार को तहसीलदार स्वारघाट जसपाल ने क्लीनिक और लैब का दौरा किया तथा क्लीनिक मालिक डॉ. अनिल कुमार को 10 हजार रूपये की फौरी राहत प्रदान की।