उमेश ललित /धर्मपुर(मंडी) : सुनसान जगह दर दर भटकने के लिए छोड़े जा रहे आवारा पशुओं को उनके साथी ने बर्बाद होने से बचा लिया। आवारा पशुओं से भरी तीन गाड़ियों में से एक ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गई जबकि दो अंधेरे का फायदा उठा कर फरार हो गए। उपमंडल के पारछु पुल पर सोमवार रात्रि तीन जीपों में लाए गए पशु उतारे जा रहे थे। दो जीपों से उतरे गाय बैल चुपचाप सड़क किनारे खड़े हो गए लेकिन तीसरी जीप में खड़ा एक बैल जोर जोर रंभाने लगा। शायद उसे पास ही और लोगों के होने का आभास हुआ था।
वास्तव में गासियां माता मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान के लिए ग्रामीण आए हुए थे। बैल की आवाज सुनकर उन्हें कुछ शक हुआ और तीस चालीस लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। लोगों को आता देख दो जीप वाले तो फरार हो गए लेकिन राजेंद्र कुमार(जीप नंबर एच पी 74-6771) निवासी गांव पपलाह जिला हमीरपुर उनके हत्थे चढ़ गया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने आस पास जनता और पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित कर राष्ट्रीय उच्च मार्ग 70 पर ट्रैफिक जाम कर डाला।
जिससे चार घंटे तक सैंकड़ों वाहन फंसे रहे। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की। काबिलेजिक्र है कि हमीरपुर और साथ लगते कस्बों से पशु लाकर इन गांवों के आसपास छोड़ दिए जाते हैं ।यह पशु किसानों की फसल चट कर जाते हैं। मौके पर पहुंचे एसडीएम डॉ सुरेश जसवाल ने स्थिति संभाली तथा सड़क किनारे मूकदर्शक बन सारा तमाशा देख रहे पशुओं को गौसदन भेजा गया। रंभा रहे बैल के कारण दर्जनों पशु सड़कों में भूखे प्यासे मरने से बच गए।
वहीं एसडीपीओ सरकाघाट मदन धीमान ने बताया कि पशुओं के साथ निर्दयतापूर्ण व्यवहार करने के लिए जीप मालिक राजेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।