नाहन (एमबीएम न्यूज़) : डा. वाईएस परमार राजकीय मेडिकल कॉलेज नाहन की प्रथम रोगी कल्याण समिति की गवर्निग बॉडी की बैठक आज यहां स्वास्थ्य एवं राजस्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें आगामी वित वर्ष के लिए मेडिकल कॉलेज की रोगी कल्याण समिति का दो करोड़ 5 लाख का बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि अस्पताल में वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाऐं प्रदान करने के लिए विशेष काऊंटर स्थापित किए जाए, ताकि उन्हें लाईनों में खड़ा न होना पड़े। उन्होने कहा कि यदि आवश्यक हो तो वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग ओपीडी का प्रावधान किया जाए ।
उन्होने कहा कि अस्पताल में पानी की कमी को दूर करने के लिए नलकूप स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होने कहा कि अस्पताल में आगामी वर्ष से आईजीएमसी की तर्ज पर यूजर चार्जिज लिए जाएगें और वर्तमान यूजर चार्जित में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। उन्होने कहा कि नाहन अस्पताल में शीघ्र ही एमआरआई सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि रोगियों को एमआरआई करवाने के लिए अम्बाला अथवा चण्डीगढ़ न जाना पड़े।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल के तीन प्रमुख रेडियोलॉजिस्ट, शिशु रोग और स्त्री रोग अनुभाग को सुदृढ़ किया जाएगाए, ताकि रोगियों को अस्पताल में बेहतर एवं गुणात्मक चिकित्सा सुविधाऐं उपलब्ध हो सके। उन्होने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को निर्देश दिए कि अस्पताल की सीवरेज व्यवस्था की आवश्यक मुरम्मत करवाई जाए ताकि अस्पताल में स्वच्छ वातावरण बना रहे । उन्होने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में प्रतीक्षालय कक्ष का निर्माण किया जाए ताकि रोगियों एवं तीमारदारियों को बैठने की कोई असुविधा न हो ।
उन्होने कहा कि सरकार द्वारा नाहन मेडिकल कॉलेज में 84 विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है और यह प्रसन्नता का विषय है कि नाहन अस्पताल को मेडिकल कॉलेज का दर्जा मिलने के उपरांत ओपीडी में दिन प्रतिदिन रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है । उन्होने जानकारी दी कि मई 2016 में ओपीडी में रोगियों की संख्या 16492 से बढ़कर फरवरी 2017 में 27689 हुई है । उन्होने चिकित्सों से आग्रह किया कि वह अपने कार्य को कर्मठता एवं कर्तव्यपरायणता के साथ निर्वहन करें ताकि रोगियों को सरकार की वचनबद्धता के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध हो सके ।
उन्होने जिला प्रशासन एवं नगर परिषद को निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज के लिए अतिरिक्त 14 एकड़ भूमि को शीघ्र स्थानान्तरित किया जाए ताकि कॉेलेज के अतिरिक्त भवनों का निर्माण किया जा सके । उन्होने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कायाकल्प नामक एक योजना आरंभ की गई है जिसके अर्न्तगत बेहतर सफाई व्यवस्था वाले अस्पातालों को 50 लाख की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाएगी। जिसमें दूसरा पुरस्कार 20 और तृतीय पुरस्कार 3-3 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होने कहा कि इस वर्ष कायाकल्प योजना के तहत जिला अस्पताल किन्नौर को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया गया है और इस अवधि के दौरान प्रदेश में 168 संस्थानों को अपग्रेड एवं नए खोले गए है। इसके अतिरिक्त 550 चिकित्सकों को भर्ती किया गया है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में 7625 आशावर्करों को नियुक्त किया गया है जिनके माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य संबधी जानकारी तथा मातृ-शिशु कार्यक्रम को काफी बल मिला है ।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया तथा रोगियों का कुशलक्षेम पूछा । उन्होने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि चिकित्सकों की सेवाऐं प्रशासन के कार्य में न ली जाए, बल्कि उनकी सेवाऐं ओपीडी इत्यादि में ली जाऐं। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा अस्पताल का प्रशासनिक कार्य देखने के लिए संयुक्त निदेशक प्रशासन की नियुक्ति की गई है।
चिकित्सा अधीक्षक डा. केके पराशर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और रोगी कल्याण समिति के चालू वित वर्ष के आय व्यय बारे विस्तृत जानकारी दी। जबकि प्रधानाचार्य मेडिकल कॉेलेज डा. जयश्री शर्मा ने मेडिकल कॉलेज के बारे जानकारी दी।
बैठक में स्थानीय विधायक डा. राजीव बिंदल, उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया, अतिरिक्त उपायुक्त हरबंस नेगी, संयुक्त निदेशक दीप्ति मंडोत्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय शर्मा, अजय सोलंकी, अध्यक्ष नगर परिषद अनिता शर्मा, डा. सबलोक, नसीम दिदान, अमृत लाल गर्ग के अतिरिक्त अन्य सरकारी एवं गैर सदस्यों ने भाग लिया ।