हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : बजूरी में जड़े फैला रहे शराब माफिया के खिलाफ स्थानीय महिलाएं लामबंद हो गई है। बुधवार को दोपहर बाद बजूरी की समस्त महिलाओं ने एकजुट होकर माफिया विरोध रैली का आयोजन कर माफिया आकाओं को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि शराब माफिया यहां पर आने वाली पीढ़ी को नशे की गर्त में धकेल रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थानीय पंचायत प्रधान बलवंत कुमार की अध्यक्षता में यह विरोध प्रदर्शन किया गया। पंचायत प्रधान ने बताया कि बजूरी मुख्यालय के साथ सटी पंचायत का हिस्सा है। शहर की गलियों में शराब माफिया का ढ़ेरा बसा हुआ है।
रात के समय इन गलियों से अवैध शराब बजूरी क्षेत्र में पहुंचाना शुरू हो जाती है। यहीं नहीं अधिकतर दुकानदार भी इस कारोबार में संलिप्त हो गए है। राशन लेने के लिए गए घर के मुखिया शाम को नशे में धूत होकर पहुुंचते है। ग्रामीण महिलाएं अब तक तो यह सब सहन करती रही। लेकिन जब अगली पीढ़ी इस गर्त की ओर बढऩे लगी तो चिंता की लकीरे मांथे पर स्पष्ट खिचने लगी।
बर्वादी की ओर खिच रही युवा पीढ़ी को बचाने के उदेश्य से बजूरी की समस्त महिलाएं अब शराब माफिया के खिलाफ लामबंद हो गई है। समस्त महिलाओं ने इस पर प्रशासन को भी घेरा।
महिलाओं का कहना है कि यह पर बिक रही अवैध शराब से प्रशासन को भी जानकारी है। लेकिन अवैध माफिया पर प्रशासनिक कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी है। यही कारण है कि बजूरी में शराब माफिया बेखौफ हो गया है।
महिलाओं ने एक बैठक का भी आयोजन किया। इसमें निर्णय लिया गया कि शाम के समय समस्त महिलाएं बजूरी की हर गली कूचे में पहरा देने के लिए तैयार रहेगी। इस दौरान यदि कोई शराब लेते या ले जाते हुए मिला तो शराब की बोतले मौके पर ही तोड़ दी जाएगी। यहीं नहीं यदि किसी दुकान में या कारोबार चलता मिला तो दुकान के सामान को भी महिलाएं तोड़ देगी।
महिलाओं ने बताया कि यहां पर शराब माफिया इतना बेख़ौफ़ है कि सड़क किनारे शाम के वक्त शराब परोसी जाती है। सड़क के पैरापिट शाम को अहाते के कुर्सी टेवल मे तवदील हो जाते हैं। आधी रात हुडदंग और सुबह कांच की टूटी बिखरी बोतले मिलती हैं।