चंबा (एमबीएम न्यूज) : अपना स्वार्थ साधने के लिए सगे-संबंधी नाबालिगों तक को निशाना बना रहे हैं। ऐसा ही मामला बुधवार को जिला प्रशासन के सामने आया। हुआ यूं कि एक नाबालिग की शादी उसके चाचा द्वारा तीन वर्ष पूर्व ही बिना उसकी मर्जी के करवा दी गई। इतना ही नहीं, अब उसके ससुराल वाले उसे अपने साथ ले जाने की हामी भर रहे हैं। बुधवार को चाईल्ड लाईन चंबा के समन्वयक कपिल शर्मा की अगुवाई में पीडि़ता नाबालिग ने डीसी के दर पहुंच कर बचपन में हुए निकाह से छुटकारा पाने की गुहार लगाई है।
जानकारी अनुसार 15 वर्षीय जिले की एक नाबालिग लड़की ने डीसी को ज्ञापन सौंप कर बचपन में हुए निकाह से छुटकारा दिलाए जाने की मांग उठाई है। पीडिता नाबालिग के मुताबिक जब वह महज 12 वर्ष की थी तो उसके चाचा बधू व उसकी पत्नी हसन बीबी ने जबरन उसका निकाह रूस्तम के साथ करवा दिया था। पीडि़ता ने बताया कि उसके पिता बहुत गरीब व निर्धन है। जबकि, उसकी मां बीमार रहती है। ऐसे में अब तीन वर्ष बाद मेरा चाचा मुझे ससुराल भेजने के लिए दबाव बना कर डरा धमका रहे हैं।
पीडि़ता के मुताबिक इससे वह काफी मानसिक दबाव से गुजर रही है। पीडिता ने बताया कि वह इस निकाह से खुश नहीं है तथा वह अपने ससुराल नहीं जाना चाहती है। पीडि़ता ने बताया कि उसकी छोटी बहन का भी रिश्ता जबरन करवा दिया गया है। ऐसे में पीडि़ता नाबालिग ने डीसी से गुहार लगाई है कि प्रशासन उन दोनों बहनों को अपने सरंक्षण में लेकर पढ़ाई का प्रबंध करवाए तथा उसे इस निकाह से छुटकारा दिलवाया जाए।
चाईल्ड लाईन के समन्वयक कपिल शर्मा ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्लिम समुदायों में अज्ञानता के कारण ही इस प्रकार के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से विशेष समुदाय के लोगों को भी बाल-विवाह के प्रति जागरूक करने का आग्रह किया है।