नेरचौक/मंडी (कपिल सेन, वी कुमार) : होली पर्व पर बल्ह घाटी में हर तरफ रंगों की धूम रही। बच्चे, बुढ़े और युवा सूर्य उदय होते ही टोलियों संग होली मनाने के लिए निकल पड़े। लोगों ने एक-दूसरे को रंग लगा होली की मुबारकबाद व शुभकामनाएं दी तथा बच्चों को आर्शिवाद दिया। वहीं दूसरे राज्यों से पढने आए निजी संस्थानों के बच्चे भी गुलाल मलते नाचते-गाते नजर आए।
नेरचौक, भंगरोंटू, गलमा, डडौर, कंसा, लोहारा, नलसर, लुनापाणी, गागल, गुटकर सहित विभिन्न क्षेत्रों सहीत पूरी बल्ह घाटी रंगमयी हो गई। बाईकों पर युवाओं की टोलियां दूर-दूर तक रंग लगाने के लिए निकल पड़ी तथा शाम होने तक होली मनाते रहे। कुछ एक स्थानों पर डीजे की आयोजन भी किया गया था, जहां पर युवा पीढ़ी दिन भर नाचते-गाते और गुलाल लगाते देखे गए।
वही रंगों का त्यौहार होली पर्व मंडी में बडे ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सभी लोगों ने एक दूसरे को गुलाल लगाया और इस त्यौहार की खुशियों को सभी के साथ सांझा किया। इस मौके परशहरवासियों के लिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहर के सेरी मंच पर डांस पार्टी का आयोजन किया गया। यहां पर शहरवासियों और बाहर से बाए लोगों ने सामूहिक रूप से होली के उत्सव को मनाया।
सेरी मंच पर लोग दोपहर बाद तक थिरकते नजर आए और हवा में गुलाल उडाते हुए लोगों ने जमकर डांस किया। शहर में लोगों ने टोलियां बना करआपसी भाईचारे और प्यार के उत्वस को बडे ही उत्साह के साथमनाया। लोगों ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाकर एक दूसरेको गुलाल लगाया।
होली के दिन मौसम साफ रहने से होली खेलने वालों की खुशी दोगुनी हो गई। लोगों ने बताया कि बीते कुछ दिनों सेमौसम खराब रहने की वजह से उन्हे होली उत्सव बनाने में परेशानी होसकती थी लेकिन होली के दिन इन्द्रदेव के प्रसन्न रहने से होली केत्यौहार को चार चांद लग गए।
इस मौके पर सारा शहर होली के अनेकरंगों मे लबरेज नजर आया। इस मौके पर बच्चे, बूढे और जवान एकरंग में रंगे नजर आए। लोगों के अनुसार होली प्यार के रंगों का उत्सव है और इसे प्यार और के साथ ही मनाना चाहिए और ऐसे मौकों पर बुरी चीजों से बचना चाहिए। इस अवसर पर शहर में राज माधव राय की जलेब भी निकाली जाती है।