शिमला (एमबीएम न्यूज): टौंस नदी पर प्रस्तावित किशाऊ डैम की ऊंचाई भाखड़ा बांध से ज्यादा होगी। प्रस्ताव के मुताबिक किशाऊ बांध परियोजना 236 मीटर (774 फीट) ऊंची होगी, जबकि भाखड़ा बांध की ऊंचाई 226.5 (741 फीट) मीटर है। किशाऊ बांध के निर्माण से प्रदेश के सिरमौर जिला की रोहनाट उप तहसील समेत पड़ोसी राज्य उत्तराखंड की लगभग तीन हजार हैक्टेयर भूमि जलमग्न होगी।
10 हजार करोड़ की इस परियोजना का 90 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार वहन करने को तैयार है। इसके अलावा लाभार्थी राज्यों को खर्चा वहन करना होगा। यमुना की सहायक नदी टौंस ‘तमसा’ को शापित माना जाता है। ऐसी भी धारणा है कि इस नदी से कोई बड़ी परियोजना नहीं बन पाई है। हालांकि कुछ समय से इस नदी के पानी का इस्तेमाल हिमाचल व उत्तराखंड में सिंचाई के लिए किया जाने लगा है।
बताते हैं कि पिछले महीने दोनों राज्यों के आलाधिकारियों की बैठक देहरादून में हुई थी। इसके बाद किशाऊ बांध परियोजना से जुड़ी रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई है। 660 मैगावॉट की इस विद्युत परियोजना में हिमाचल व उत्तराखंड की बराबर की हिस्सेदारी होगी। दोनों ही राज्य लागत का 5-5 प्रतिशत हिस्सा वहन करेंगे। अब तक सामने आ रही जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड व हिमाचल के लगभग 82 हजार दरख्त इस डैम की जद में आएंगे।
700 से 800 के बीच मकान भी अपना वजूद खो देंगे। दोनों ही राज्यों के लगभग 600 परिवारों को पुनर्विस्थापित करना पड़ेगा। साथ ही 8 मंदिर, 6 पंचायतें, दो स्वास्थ्य केंद्र, 7 प्राईमरी स्कूल व दो मिडल स्कूलों के अलावा एक इंटर कॉलेज भी जलमग्र हो जाएगा।