हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : देवभूमि जहां हर गांव में कोई न कोई रहस्य छुपा है। यह रहस्य आज भी लोगोंं के समझ के परे है। आज एमबीएम न्यूज आपको हिमाचल के एक ऐसे गांव की कहानी बताने जा रहा है। जहां एक रहस्य आज भी गहराया हुआ है। हमीरपुर से लगभग 30 किमी की दूरी पर बमसन पंचायत के बसा घलेड़ा गांव में एक ऐसा रहस्य छुपा है कि जब तक गांव वालो को इसका पता चलता तब तक चार लोगों की जान जा चुकी थी।
यह कहानी आज से करीब 70 साल पीछे की है। घलेड़ा गांव से करीब 15 किमी दूर चंबोह नामक एक गांव है जिसका संबंध घलेड़ा गांव से जुड़ा हुआ है। कहते है कि अगर कोई लड़की चंबोह से घलेड़ा गांव में बिहाई जाती है तो उसकी मौत हो जाती है। पहले तो इसे लोगोंं ने अंधविश्वास के साथ जोड़कर देखा। लोगों की आंखे तब खुली जब एक के बाद एक चार महिलाओं की मौत हो गई। उस दिन से लेकर आज दिन तक चंबोह गांव से किसी लड़की की डोली घलेड़ा गांव को नहीं जाती।
इस रहस्य में एक दिलचस्प पहलू भी है कि अगर कोई लड़की घलेड़ा गांव से चंबोह गांव में बिहाई जाती है तो ससुराल में धन की कोई कमी नही रहती। परिवार आर्थिक तौर पर और मजबूत हो जाता है। इस रहस्य को आज दिन तक कोई भी नहीं समझ पाया। कोई इसे अंधविश्वास तो कोई मात्र कहानी कहकर टाल देता है, लेकिन गांव में हुई चार मौतो का रहस्य आज दिन तक नहीं सुलझ पाया है।
बूढे लोगों ने माना छुपा है कोई रहस्य….
एमबीएम न्यूज ने जब गांव में जाकर इस रहस्य का पता लगाया तो गांव वालो ने भी माना कि आज से करीब 70 साल पहले गांव में चंबोह से कई लड़किया बिहाकर लाई गई थी। लेकिन शादी के दो साल के भीतर ही उनकी मृत्यु हो गई। हैरानी की बात है कि मौत का रहस्य आज भी बरकरार है।
परसा, गोविंद, सुर्जन व कविराज की पत्नी की हो चुकी है मौत….
घलेड़ा गांव में रहने वाले परसा, गोविंद व सुर्जन जो की अब इस दुनिया मे नहीं है। इन व्यक्तियों की पत्नीयो की मौत शादी के दो साल के भीतर ही हो गई। यह सब महिलाएं चंबोह गांव से संबंध रखती थी।अब नही आती चंबोह गांव से कोई डोली….
इन घटनाओं के बाद अब चंबोह से किसी भी लड़की की शादी घलेड़ा गांव में नहीं होती। इसे डर कहे या अंधविश्वास मगर यह सच्चाई है कि आज तक चंबोह के वासिंदे भी अपने गांव की लड़कियों को घलेड़ा गांव में देने से कतराते है।