हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : जिला के करीब दो दर्जन से अधिक स्कूलों में दस या फिर इससे कम छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इन्हें बंद करने का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेज दिया है। अगर इस पर मुहर लग गई, तो उक्त स्कूल अन्य स्कूलों में मर्ज हो जाएंगे। इसके चलते छात्रों को एक से दो किलोमीटर का सफर तय करना पड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में छात्रों की कम हो रही संख्या शिक्षा विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है। अगर प्रदेश सरकार ने दस या फिर इससे कम संख्या वाले स्कूल बंद करने का प्रस्ताव जारी कर दिया, तो छात्रों को नजदीक के स्कूलों में पढ़ाई करने पड़ेगी। हालांकि शिक्षक संघ इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष पांच या फिर इससे कम संख्या वाले स्कूलों को भी एक से डेढ़ किलोमीटर दायर में मर्ज कर दिया है। इसके चलते हमीरपुर जिला के करीब नौ स्कूलों को बंद किया गया था। स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने का सिलसिला ऐसे ही रहा, तो जिला भर में गिने-चुने प्राथमिक स्कूल ही रह जाएंगे।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक रवित चंद कटोच का कहना है कि जिला में करीब 30 प्राईमरी स्कूलों में दस या फिर इससे कम छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन्हें बंद करने का अभी तक कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है।