शिमला (एमबीएम न्यूज़) : राज्यसभा में विपक्ष के नेता और सांसद आनंद शर्मा ने कहा है कि बेशक वह 2012 में चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने की कमेटी के अध्यक्ष थे, लेकिन घोषणा पत्र में किए गए सभी वायदों को पूरा करने की किसी एक व्यक्ति विशेष की जिम्मेदारी नहीं होती, बल्कि सामुहिक तौर पर कमेटी की होती है और सत्ता के बाद इन वायदों को लागू करना सरकार का काम होता है।
उन्होंने आज यहां पत्रकार सम्मेलन में चुनाव घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ता दिए जाने पर पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा समर्थन किए जाने के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में खुले तौर पर किसी प्रकार की चर्चा में आने से संकोच किया।
उन्होंने कहा कि यदि कोई वायदा पूरा नहीं किया गया, तो उसकी चर्चा सरकार तथा संगठन के बीच होनी चाहिए तथा लंबित वायदों को अमलीजामा पहचाना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुददे पर वह व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से भी वार्ता करेंगे। उन्होंने सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल होने की वकालत की। शर्मा प्रदेश की राजनीति के संबंध में किसी प्रकार के विवादास्पद प्रश्नों का उत्तर देने से बचते रहे।
एक सवाल पर शर्मा ने कहा कि विदेशी सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने को लेकर मोदी सरकार गंभीर नहीं है तथा इससे विदेशी सेब का देश में प्रचलन बढ़ रहा है। इसी तरह गेहूं पर भी सरकार ने आयात शुल्क खत्म कर दिया है और बड़ी मात्रा में गेहूं विदेशों से भारत पहुंच रहा है, जिससे देश के किसान प्रभावित हो रहे हैं।
आनंद शर्मा ने कहा कि आज भाजपा सरकार तथा प्रधानमंत्री के शासनकाल में भारत की सुरक्षा में कई तरह के प्रश्नचिन्ह हैं और कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस सरकार के कार्यकाल में सेना के कई संवेदनशील स्थलों पर आतंकवादियों ने कई हमले किए, जो कई सवालों को खड़ा कर रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि मोदी उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचारों के दौरान तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर राजनीतिक लाभ लेने के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं। शर्मा ने प्रधानमंत्री के विमुद्रीकरण के बाद के लाभों को झुठलाते हुए कहा कि आज न तो काले धन पर कोई रोक लगी है और न ही कालाधन बाहर निकला है और न ही भ्रष्टाचार समाप्त हुआ और न ही टैररिस्ट फंडिंग कम हुई है।
उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण के बाद जितनी धनराशि बैंकों को मिली है, उतनी नए नोटों के छपने के बाद नहीं मिली। इससे आज देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हुई है और जीडीपी की दर भी घट रही है।