सोलन (एमबीएम न्यूज): मामला कंडाघाट उपमंडल की पौधना पंचायत के पलाहं गांव से जुड़ा हुआ है। शहीद रोशन लाल मार्ग पर स्थित इस गांव के लोग वीरवार तडक़े आसमानी बिजली से सहम रहे थे। इसी गांव में एक सदियों पुराना तूनी के पेड़ पर आसमानी बिजली का कहर टूटा। पेड़ के खाक हो जाने से गांव के लोगों को गहरा आघात पहुंचा, क्योंकि इस गांव में सदियों से एक आस्था चली आ रही थी। इसके मुताबिक पेड़ के नीचे मणि वाला नाग रहता था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क इस खबर के माध्यम से कतई भी अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देना चाहता, केवल ग्रामीणों की आस्था को बताने का प्रयास है। लोअर पलाहं गांव में आस्था टूटने की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से ही एमबीएम न्यूज नेटवर्क के पास पहुंची। इसके बाद पड़ताल करने पर पाया गया कि तूनी के पेड़ पर आसमानी बिजली का कहर टूटा। पेड़ को चीरती हुई बिजली धरती में समा गई।
ऐसी भी धारणाएं हैं कि जहां मणि वाला नाग रहता है, वहां बिजली का कहर टूटता है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क नेे गांव के एक शिक्षित युवक संजीव कश्यप से इस मामले पर पूरी बातचीत की, जो खुद एयर एशिया एयरलाइंस में कार्यरत है। संजीव ने बताया कि बुजुर्ग ही बताते आए हैं कि पेड़ के नीचे मणि वाला नाग रहता है, लिहाजा जब वीरवार तडक़े बिजली गिरी तो हर कोई सहम रहा था। उस वक्त किसी को नहीं पता चला कि पेड़ पर भी बिजली गिरी है। 5-6 घंटे बाद गांव में पेड़ पर बिजली गिरने की बात फैली।
संजीव ने माना कि पेड़ पर बिजली गिरने से गांव के लोगों की आस्था टूटी है। उन्होंने बताया कि आसमानी बिजली इतनी भयंकर तरीके से गिरी कि आसपास के इलाकों में बिजली गुल हो गई। दीगर है कि इस पेड़ के नजदीक ही मलाई देवता का प्राचीन मंदिर भी है।