मंडी (वी कुमार) : सीएम वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने का ऐलान क्या किया प्रदेश की सियासत में इस कद्र उबाल आ गया जो भाजपा के साथ.साथ कांग्रेसी खेमे में भी दिखने लगा है। प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने से प्रदेश को कोई लाभ नहीं मिलने वाला। कौल सिंह ठाकुर ने आगे कहा कि राजधानी दूसरी हो या तीसरी इसका कोई लाभ नहीं है। कौल सिंह ठाकुर के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी में भी भारी बबाल मचने की आशंका है।
बता दें कि मंडी प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है और यहां से प्रदेश सरकार में तीन.तीन कैबिनेट मंत्री हैं। कांगड़ा जिला के कैबिनेट मंत्री तो धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाए जाने का स्वागत कर रहे हैं लेकिन बाकियों को यह घोषणा रास नहीं आ रही है। जाहिर सी बात है कि दूसरी राजधानी बनाने पर राज्य सरकार को भारी आर्थिक बोझ झेलना पड़ेगा।
कौल सिंह ठाकुर ने भी इसी तरफ इशारा करते हुए कहा कि अभी राजधानी का विषय कैबिनेट में आएगा और उसके बाद ही राजधानी की रूपरेखा तय होगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राजधानी के खर्चों पर सारा विचार कैबिनेट में ही किया जाएगा।