मंडी (वी कुमार) : सीटू से संबंधित हिमाचल प्रदेश रेहड़ी-फड़ी यूनियन ने आने वाली 30 मई को शिमला में विशाल धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय रविवार को मंडी में संपन्न हुए रेहड़ी-फड़ी यूनियन के दूसरे राज्य सम्मेलन के दौरान लिया गया।
सम्मेलन में प्रदेश के सभी जिलों से आए रेहड़ी-फड़ी धारकों ने भाग लिया और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की। रेहड़ी-फड़ी वालों में इस बात को लेकर भारी रोष देखने को मिला कि वर्ष 2014 में केंद्र सरकार ने जो स्ट्रीट वैंडर्ज एक्ट इनके लिए बनाया था उसे प्रदेश सरकार अभी तक लागू नहीं कर सकी है।
सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार को इस एक्ट के संदर्भ में कुछ नियम बनाकर इसे लागू करना था लेकिन अभी तक इस एक्ट को विधानसभा में नहीं लाया जा सका है। इन्होंने सरकार से इस बजट सत्र में इस एक्ट को सदन में लाने की मांग उठाई है, ताकि प्रदेश के हजारों रेहड़ी-फड़ी धारकों को इसका लाभ मिल सके।
इसके साथ ही रेहड़ी-फड़ी यूनियन ने राज्य सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर इस बजट सत्र में इस एक्ट को लागू नहीं किया गया तो फिर आने वाली 30 मई को शिमला में एक विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के रेहड़ी-फड़ी धारक भाग लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
बता दें कि स्ट्रीट वैंडर्ज एक्ट के तहत रेहड़ी-फड़ी धारकों को कई सुविधाएं मिलनी हैं, लेकिन इस एक्ट के अभी तक प्रदेश में लागू न होने से लाभार्थियों को इससे अछूता रहना पड़ रहा है।