नाहन (एमबीएम न्यूज): शिलाई क्षेत्र के मिल्ला में शनिवार को खोड़ा उत्सव पर महापंचायत का आयोजन हुआ। हजारों की भीड़ जुटी। यहां ट्रांसगिरि को अनुसूचित जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग उठी। सटीक शब्दों में फैसला हुआ कि इस मांग को मनवाने के लिए हरेक रास्ता अपनाने के लिए लोग तैयार हैं। कतई भी राजनीति आड़े नहीं आने दी जाएगी।
सवाल इस बात पर फिर उठा कि जब उत्तराखंड के जोंसार बाबर को 1967 में जनजातीय क्षेत्र का दर्जा मिल गया था तो इस क्षेत्र को क्यों वंचित रखा जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। केंद्रीय हाटी समिति के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र हिन्दूस्तानी ने कहा कि महापंचायत कामयाब रही है।
इस महा सम्मेलन में धिरवाणा बिरादरी का भी मिलन हुआ। 17 गांवों से लगभग 6 हजार से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना जताई गई थी। इस महापंचायत का एक उद्देश्य बिरादरी को एकजुट करना भी था। द ग्रेट खली भी इसी बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। रात्रिभोज के लिए 17 बकरों की व्यवस्था की गई है।