रिकांगपिओ (जीता सिंह नेगी) : आपको याद होगा एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पुलिस के पीओ सैल प्रभारी मनोहर ठाकुर की काबलियत के बारे में बताया था जो भगौडे अपराधियों को दबोचने की महारथ रखते है। इस बार पीओ सैल ने 26 वर्ष बाद भगौडे राकेश कुमार को हमीरपुर से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। दावे से तो नहीं कहा जा सकता लेकिन संभव है कि हिमाचल पुलिस में अपनी तरह का रिकार्ड ही हों जब 26 साल बाद एक अपराधी को यह बताते हुए दबोच लिया जाए कि कानून के हाथ लंबे होते है।
24 साल की उम्र में किया गया अपराध अब राकेश कुमार को 50 वर्ष की उम्र में भुगतना पडेगा। दबोचे गए अपराधी राकेश कुमार के खिलाफ 12 दिसबंर 1990 को आईपीसी की धारा 147, 342 व 365 के तहत मामला दर्ज हुआ था। इस कामयाबी के साथ पीओ सैल को दो भगौडो के मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिल गए है।
सरकाघाट के रहने वाले पंकज राम को भी भगौडा घोषित किया गया था लेकिन अब पता चला है कि उसकी मौत 15 जून 2011 को हो गई थी। इसी तरह मंडी के ही धर्मपुर क्षेत्र के भगौडे अपराधी राजकुमार की मौत भी 11 अप्रैल 2011 को हो गई थी। संभवत समूचे प्रदेश में भगौडो को धर दबोचने में किन्नौर पुलिस सबसे बेहतरीन कार्य कर रही है। याद होगा कि पीओ सैल ने एक ऐसे अपराधी को भी धर दबोचा था जो चंडीगढ के समीप अपाहिज होने के बाद भीख मांग रहा था। इस अपराधी को पुलिस ने मानवता के नाते प्रोसिडिंग ड्राप करने की सिफारिश भी की थी। पीओ सैल प्रभारी के सामने अभी 12 भगौडो को पकडने का लक्ष्य बरकरार है।
दीगर है कि पीओ सैल प्रभारी मनोहर ठाकुर ने मात्र साढे 4 महीने में 8 भगौडो को सलाखों के पीछे पहुंचाया है जबकि 6 के मृत्यु प्रमाण पत्र जुटाए है। एसपी रोहित मालपानी ने 26 साल बाद भगौडे की गिरफ्तारी होने की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 22 साल का रिकार्ड था।