शिमला (एमबीएम न्यूज़) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बीते एक हफ्ते से शीतकालीन प्रवास पर कांगड़ा में हैं। कांगड़ा जिले के मंत्री भी अपने जिले में ही डेरा डाले हुए हैं। लेकिन अब कल वहां होने वाली मंत्रिमण्डल की बैठक के सिलसिले में अन्य मंत्रियों ने भी वहीं का रुख कर लिया है। मंत्रिमण्डल की बैठक कल धर्मशाला में रखी गई है। इस वजह से प्रदेश की अफसरशाही भी राजधानी छोड़कर कांगडा जा पहुंची है।
सरकार के कर्ता-धर्ता क्योंकि बाहर हैं, इसलिए यहां सचिवालय के गलियारों में भी सूनापन पसरा हुआ है। सचिवालय में न मुख्यमंत्री हैं, न मंत्री इसलिए मिलने वाला भी कोई नही है। केवल वही लोग सचिवालय में नजर आ रहे हैं, जिन्हें निचले स्तर पर काम है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के अलावा अन्य कोई मंत्री सचिवालय में मौजूद नहीं था। इस बार मुख्यमंत्री का शीतकालीन प्रवास पहले सालों की तुलना में अधिक बड़ा है। इसका कारण इसी साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं।
राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण माने जाने वाले कांगड़ा जिले के अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यक्रमों के अलावा कई राजनीतिक कार्यक्रम भी रखे हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि इस प्रवास के दौरान वह इस क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए अधिक प्रभावशाली ढंग से काम करें। उन्होंने अफसरशाही को भी यह निर्देश दिए हैं कि लोगों के काम करने के मामले में किसी तरह की कोई ढील नहीं होनी चाहिए।