हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : ठंड बढऩे से ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बीते एक सप्ताह में क्षेत्रीय अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के पांच मरीज इलाज के लिए पहुंच चुके हैं। कड़ाके की ठंड में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर के मेडिकल स्पेशिलिस्ट डॉ. आशीष कपिला ने बताया कि अस्पताल में हर माह ब्रेन स्ट्रोक के 25 से 30 मरीज पहुंच रहे हैं।
ठंड में इन मरीजों की तादाद ज्यादा बढ़ जाती है। पानी न पीने व एक ही जगह पर बैठे रहने से ज्यादातर लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। ठंड से नसें जाम हो जाती हैं व ब्लड का सर्कुलेशन नहीं हो पाता। ऐसे में दर्द बढ़ती है और मरीज बेहोश हो जाता है, हाथ-पैर अकड़ जाते हैं। चिकित्सकों के अनुसार ठंड के इस मौसम में लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
लोगों को ठंड से बचने के अलावा घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहना चाहिए। डॉ. आशीष ने बताया कि इस तरह का स्ट्रोक पडऩे पर मरीज को एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाना बेहद जरूरी है। सीमित समय के भीतर इलाज मुहिया करवाकर मरीज का इलाज संभव है। इलाज में देरी होने पर मरीज को लकवा या मौत को भी गले लगाना पड़ सकता है।
बीपी, शूगर व दिल की धड़कन अनिमियत होने वाले मरीजों को ठंड में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। इस तरह के मरीजों में स्ट्रोक पडऩे का खतरा ज्यादा बना रहता है। ठंड के साथ-साथ लोगों को अपने खान-पान पर भी ध्यान देना चाहिए