ऊना (एमबीएम न्यूज़) : जिला में इस वर्ष पल्स पोलियो अभियान का पहला चरण 17 जनवरी व दूसरा चरण 21 फरवरी को होगा जिसमें पांच वर्ष आयु वर्ग तक के 56 हजार 572 बच्चों को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण दवा की दो बूंदे पिलाई जायेंगी। यह जानकारी एडीएम राजेश कुमार मारिया ने आज यहां इस अभियान के सिलसिले में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
बैठक में सीएमओ डॉ. प्रकाश दडोच, डा. निखिल, उपनिदेशक एलीमैंटरी हंसराज गुलेरिया, प्रिंसीपल डाईट कमलजीत सिंह सहित जिला के सभी विभागों के अधिकारी, हिमोत्कर्ष अध्यक्ष कंवर हरिसिंह व रोटरी क्लब के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
एडीएम राजेश कुमार मारिया ने बताया कि इस अभियान के तहत जिला में 365 बूथ लगाए जायेंगे जिनमें 357 बूथ ग्रामीण क्षेत्रों में और 8 बूथ शहरी क्षेत्रों में होंगे। इसके अलावा 12 मोबाइल बूथ भी अपनी सेवाएं देंगे। जिला के तमाम बैरियरों पर भी विशेष बूथ लगाकर वाहनों में यात्रा कर रहे 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण दवा की दो बूंदे पिलाई जायेंगी।
डीसी ने बताया कि अंब ब्लाक में 98 बूथ, बंगाणा ब्लाक में 57 बूथ, गगरेट व हरोली ब्लाक 101- 101 बूथ और ऊना शहर में 8 बूथ स्थापित किए जायेंगे। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों के बच्चों को भी पल्स पोलियो प्रतिरक्षण दवा की खुराक पिलाने के स्पैशल इंतजाम किए जायेंगे और इस बारे विभिन्न औद्योगिक संगठनों से जिला प्रशासन द्वारा बैठक की जायेगी।
एडीएम ने कहा कि जिला में इस अभियान को अंजाम देने के लिए 1458 कर्मचारियों की सेवाएं ली जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों के बच्चों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और मोबाइल टीमें झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के बच्चों को पोलियों की खुराक पिलायेंगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल पल्स पोलियो अभियान के तहत 55894 बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण दवा पिलाई गई थी।
राजेश मारिया ने कहा कि पोलियो मुक्त समाज की परिकल्पना तभी साकार हो सकती है जब सभी मिल जुल कर इसमें सहयोग करें। उन्होंने कहा कि पूरे समाज का दायित्व बनता है कि कोई भी बच्चा इस अभियान के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में इस समय पोलियो का कोई मामला सामने नहीं आया है और इस अभियान को जन भागीदारी और जन चेतना से ही सफल बनाया जा सकता है।
उन्होंने सभी स्वैच्छिक संस्थाओं और पंचायती राज प्रतिनिधियों से इस अभियान को सफल बनाने के लिए जि़ला प्रशासन को सहयोग देने की अपील की। उन्होंने विशेषकर चिन्हित आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लें तथा अन्य लोगों को भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करें ताकि राष्ट्रहित के इस पुनीत कार्य में सभी भागीदार बन सकें।
उन्होंने कहा कि इस मुहिम में स्वंयसेवी संस्थाओं के साथ-साथ पंचायती राज संस्थाओं और विभिन्न विभागों का पूरा सहयोग लिया जाएगा, ताकि जिला में इस अभियान को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा सके ।