कुनिहार (एमबीएम न्यूज) : आगजनी की घटनाओं को सर्दियों में आग सेंकने की लापरवाही समझे या किसी शरारती तत्व द्वारा की गई शरारत यह सब पुलिस विभाग के लिए भी काफी बड़ी चुनौती साबित हो रही है। कुछ ऐसा ही क्रम कुनिहार क्षेत्र में आजकल घटित हो रहा है। यहां मात्र चार दिनों में ही तीन अलग-अलग जगहों में आगजनी की घटना घट गई, जिससे लोग भी काफी खौफ जद हैं।
आग से लोगों की लाखों की सम्पति जलकर राख हो गई। गत देर रात्रि करीब दो बजे के आसपास को एक आटा चक्की में अचानक आग लग गई। यदि समय रहते आग पर काबू न पाया होता तो शायद पूरी आटा चक्की की इमारत ही जलकर जमीदोज हों जाती। जानकारी के अनुसार कुनिहार पीडब्लूडी रेस्ट हाउस के समीप काफी पुरानी आटा चक्की की इमारत है। सुबह कोई परिवार घूमने निकला तो उन्हें इमारत से धुआं उठते देखा। उन्होंने आटा चक्की के मालिक व स्थानीय पुलिस चौकी को सूचित किया।
घटना के बाद काफी इकट्ठा हो गए। बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया। चक्की मालिक कृष्णलाल के अनुसार लगभग 2 लाख का नुकसान बताया जा रहा है। गौरतलब है कि इसी सप्ताह यहां के एक निजी होटल एवरग्रीन और कुनिहार के तालाब में एक रिहायशी मकान में अचानक आग लग जाने से लाखों का नुकसान हो चुका है।
इसी विषय बारे आदर्श सोसायटी कुनिहार के प्रधान देविंद्र तनवर, कुनिहार विकास सभा के प्रधान धनीराम तनवर ने कहा कि कुनिहार क्षेत्र में आबादी बढ़ चुकी है। काफी अरसे से कुनिहार क्षेत्र मे अग्निशमन केंद्र खोले जाने की मांग भी की गई थी। अर्की में खुले अग्निशमन केन्द्र से कुनिहार तक वाहन के आने को करीब एक घंटा लगता है। यदि कुनिहार में ही कार्यालय होता तो शायद लोगों का इतना नुकसान आगजनी से न होता
इसी विषय बारे डीएसपी दाड़ला नरवीर सिंह राठौर से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि आजकल सर्दियों में अधिकतर लोग रात्रि को हीटर, बलोर आदि लगा कर उसे बंद करना भूल जाते हैं। इसलिए दुकान कार्यालय आदि बंद करने के पश्चात चाहिए की बिजली का मेन स्विच भी बंद करें।े उन्होंने कहा कि कुनिहार क्षेत्र में एक ही सप्ताह में घटी आगजनी में किसी शरारती तत्व का तो नही है इस पर भी गहनता से जांच की जा रही है