राजगढ (एमबीएम न्यूज) : क्षेत्र के वरिष्ठ लेखक व इतिहासकार शेरजंग चौहान कहते है, यदि आप कभी मांगण गांव जाओ तो किसी से सुदर्शन जी का घर ज़रूर पूछना, और जब वहां जाओ तो पूछना कि वह पौधा कौन सा है जो उनके पिता हेतराम जी ने आज से लगभग 50 वर्ष पहले रोपा था। आपको अपने आंगन में एक हरा-भरा पेड़ दिखाएंगें जो आज बडा पेड़ बन गया है। जी हां, यह वह पेड़ है जो भारत देश में पहला स्थान रखता है। इसका नाम एवोकाडो अथवा बटर पीअर है जिसे प्रथम मुख्यमंत्री वाईएस परमार ने तत्कालीन नंबरदार हेतराम जी को दिया था जिसे वे कैलिफ़ोर्निया से लाये थे। हेतराम जी और परमार जी रियासतकाल से मित्र थे।
यह एवोकाडो मामूली फल नहीं बल्कि अपने नाम Butter Fruit के अनुसार सबसे ज्यादा पौष्टिक और औषधीय है। सबसे अधिक फैट्स (14.6/100ग्राम) और 8.50/100 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स पाए जाते हैं।
इसकी पौध तैयार करने में हेतराम जी के दूसरे पुत्र नागेंद्र जी जुटे है। कुछ ही पौधे तैयार कर पाये हैं जिसकी दो साल पहले ही बुकिंग हो चुकी है।
इस बात की पुष्टि तत्कालीन बागवानी अधिकारी डा0 चिरंजीत परमार भी कर चुके हैं तथा कहा कि ऐसा ही पौधा बागथन में डॉ0 वाईएस परमार के घर भी रोपा गया था जो सुनने में आया है कि सूख गया है। इस बारे में अधिक जानकारी विश्व प्रसिद्ध डॉ0 चिरंजीत परमार जी दगें,े यदि उन्होंने इसे पढ़ा तो।