मंडी (वी कुमार): 16 करोड़ की लागत से बनने जा रहे संस्कृति सदन का निर्माण कार्य फरवरी महीने से पहले शुरू कर दिया जाएगा। भवन के फाईनल नक़्शे की कापी जिला प्रशासन के पास पहुंच चुकी है। बता दें कि भवन निर्माण में हो रही देरी की खबरों के बाद ही इसके निर्माण कार्य में तेजी आई है।
25 फरवरी से 3 मार्च तक मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने के लिए आने वाले देव समाज से जुड़े लोगों को इस बार थोड़ी राहत मिलेगी। उनके लिए बनने जा रहे संस्कृति सदन के निर्माण कार्य को वह देख पाएंगे। बता दें कि फरवरी 2015 में सीएम वीरभद्र सिंह ने शिवरात्रि महोत्सव के दौरान ही संस्कृति सदन की आधारशिला रखी थी। 16 करोड़ की लागत से बनने वाले संस्कृति सदन के निर्माण में दो वर्षों का विलंब हुआ।
अंतिम पेंच नक़्शे को लेकर फंसा हुआ था जिसकी फाईल शिमला में चक्कर काट रही थी। अब यह फाईल भी जिला प्रशासन के पास पहुंच चुकी है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि शासन और प्रशासन के प्रयासों से संस्कृति सदन के निर्माण की सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 16 करोड़ में से 1 करोड़ की राशि लोक निर्माण विभाग को सौंपी जा चुकी है और सरकार ने 6 करोड़ की राशि और मंजूर कर दी है।
उन्होंने बताया कि 2017 के शिवरात्रि महोत्सव से पहले संस्कृति सदन के निर्माण कार्य को शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि संस्कृति सदन का लाभ देव समाज से जुड़े उन लोगों को मिलना है जो हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने के लिए मंडी जिला मुख्यालय पर आते हैं। जिला प्रशासन 215 देवी-देवताओं को इस महोत्सव के लिए आमंत्रित करता है। देवी देवताओं के साथ आने वाले देवलुओं को रहने की खासी परेशानी होती है। इसी समस्या के समाधान के लिए संस्कृति सदन का निर्माण किया जा रहा है।
सर्व देवता एवं कारदार संघ ने भी इसके लिए राज्य सरकार का आभार जताया है और उम्मीद जताई है कि इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि 16 करोड़ की लागत से बनने वाले संस्कृति सदन में पार्किंग और मल्टीपरपज हाॅल की सुविधा भी होगी, ताकि वर्ष भर इस सदन का सभी प्रकार की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा सके।