शिमला (एमबीएम न्यूज) : उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने सोलन के उपायुक्त राकेश कंवर को पत्र लिख कर मांग की है कि शालाघाट में एक रेन शेल्टर में रह रहे 72 वर्षीय बीमार व विकलांग साधु को तुरंत बसंतपुर स्थित वृद्धाश्रम में भेजा जाए और उसका ईलाज कराया जाए। भीषण ठण्ड और बीमारी के कारण उसकी जान को खतरा हो सकता है।
उमंग फाउंडेशन ने बेघर बुजुर्गों, बेसहारा महिलाओं और मनोरोगियों को ठंड से बचाने के लिए 1 जनवरी से अभियान चलाया है। इसके तहत बेसहारा हालत में खुले में रह रहे लोगों को कम्बल दिए जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें सुरक्षित आश्रय में भिजवाया जायेगा।
अजय श्रीवास्तव ने बताया कि वे आज स्वयं राष्ट्रीय उच्च मार्ग 22 पर शालाघाट में रेन शेल्टर में बुजुर्ग साधु परमहंस हनुमान दास से मिले। उसे बाएं हिस्से में फालिज है और दायां पैर गैंगरीन से सड़ रहा है। उनके साथ उमंग फाउंडेशन के सुरेन्द्र कुमार, तरुण शारदा और विपाशा भी थे।
साधु हनुमान दास ने बताया कि वह मूलतः मध्यप्रदेश का रहने वाला है। बचपन में पिता की मृत्यु के बाद इलाहाबाद के सप्तऋषि अखाड़े के महंत रामदास से संन्यास की दीक्षा लेकर वहीँ रहने लगा था। चालीस वर्ष पूर्व गुरु की मृत्यु होने पर वह देश भर में धार्मिक स्थानों के भ्रमण पर निकल पड़ा और अनेक वर्षों तक हिमाचल में चूड़धार में भी रहा।
उसने उमंग फाउंडेशन की टीम से कहा कि पहले वह दो घंटे रोज़ पूजा-पाठ करता था और रामायण का पाठ किये बिना भोजन नहीं करता था। वह कहता है, “अब बीमार और बेसहारा हो गया हूँ। बायां हाथ और पैर फालिज से बेकार हो गया है और दांया पैर गैंगरीन से सड़ रहा है।” रुंधे गले से वह गुहार लगाता है कि “मुझे बचालो, मेरा इलाज करा दो, मैं ठण्ड में मर जाऊंगा।”
शोघी के व्यवसायी व रिटायर्ड फौजी दिनेश ठाकुर कई दिनों से उसे खाना पहुंचा रहे हैं और उन्होंने ही उसे कम्बल दिए। कहीं सड़क पर खुले में पड़ा देख कर उन्होंने उसे रेन शेल्टर में रख दिया था। सोलन के उपायुक्त राकेश कँवर ने अजय श्रीवास्तव से कहा कि वे तुरंत साधु हनुमान दास को वृद्धाश्रम भिजवाने के लिए कदम उठाएंगे।