सोलन (एमबीएम न्यूज) : सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को पद से बर्खास्त किए जाने के फैसले का सोलन विधानसभा युकां अध्यक्ष अमित ठाकुर ने स्वागत किया है। अमित ने कहा कि जो व्यक्ति सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोल सकता है ऐसे व्यक्ति को किसी भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। युकां नेताओं ने केंद्र सरकार से मांग की है कि अनुराग ठाकुर को लेफ्टिनेंट सहित एचपीसीए के अध्यक्ष पद से तुरंत हटाया जाए।
विश्रामगृह में आयोजित पत्रकारवार्ता में सोलन विधानसभा के युकां अध्यक्ष अमित ठाकुर ने बीसीसीआई जैसी प्रतिष्ठित संस्था के अध्यक्ष रहे अनुराग ठाकुर पर कई तीखे प्रहार किए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का स्वागत किया है,जिसमें बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को पद से बर्खास्त किया गया है। अमित ने कहा कि अनुराग ने इस पद तक पहुंचने के लिए कई तरह के गलत हथकंडे अपनाए हैं।
उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर ने अपनी राजनैतिक पहुंच के चलते नियमों को ताक पर रखकर जमींन को हासिल किया है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट खेल में पूरी तरह से पारदर्शिता रखने के लिए लोढा कमेटी ने बीसीसीआई के समक्ष सिफारिशें रखी थी, जिन्हें बीसीसीआई ने लागू करना जरूरी नहीं समझा। यही वजह है कि लोढ़ा कमेटी को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अमित ठाकुर ने कहा कि अनुराग ठाकुर सत्ता के नशे में इतने चूर है कि वह सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड हुए जजों को सम्मान देना भी भूल गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किए जाने के बाद अनुराग ठाकुर सोशल मीडिया में कह रहे है कि यदि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज बीसीसीआई को अच्छी तरह से चला सकते हैं तो वह उनका स्वागत करते हैं। उनके इस वक्तव्य से प्रतीत होता है कि अध्यक्ष पद छीन जाने के बाद वह बौखला गए हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति देश की सबसे बड़ी अदालत के समक्ष झूठ बोल सकता है उसे किसी भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ कई बार झूठे केस दर्ज करवाने के प्रयास किए,लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। क्योंकि सच्चाई की हमेशा जीत होती है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर द्वारा सुप्रीम कोर्ट में झूठा हल्फनामा दायर करने की एवज में उन्हें पद से बर्खास्त किए जाने से भारतवर्ष में ही नहीं,बल्कि दुनिया में हिमाचल प्रदेश का सिर शर्मा से झुका है। युकां नेता अमित ठाकुर ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सुप्रीमकोर्ट के समक्ष झूठ बोलने वाले व्यक्ति को लेफ्टिनेंट व एचपीसीए सहित अन्य पदों से हटाया जाए।