रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : जनजातीय ज़िला के सांगला के रहने वाले हर्ष अवनेंद्र ने हिमाचल प्रदेश संयुक्त प्रशासनिक सेवा परीक्षा में लोहा मनवाते हुए एचएएस मेन में चौथा स्थान पाया है। पिता एडवोकेट दिग्विजय नेगी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से वे मंजिल की ओर बढ़ते रहे और मुकाम हासिल किया है। हालांकि उनका लक्ष्य भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी बनने का है।
ज़िला के ही पीओ डीएवी स्कूल से उन्होंने दसवी तक की शिक्षा ग्रहण की उसके बाद जमा दो की पढाई डीएवी कॉलेज चण्डीगढ़ से की। कालेज की पढाई के लिए संजोली आए, उसके बाद हिमाचल विश्वविद्यालय से 2011 में एमएससी की शिक्षा पूरी की। वर्तमान में तहसील कल्याण अधिकारी कल्पा के तौर पर सरकारी सेवाएं दे रहे हर्ष अवनेंद्र ने 2013 में हिमाचल प्रदेश संयुक्त प्रशासनिक सेवा परीक्षा पहली बार दी। हालाँकि भारतीय वन सेवा लिए भी दो बार प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली।
वर्ष 2015 की हिमाचल प्रदेश संयुक्त प्रशासनिक सेवा परीक्षा में उन्हें मुकाम हासिल हुआ और एचएएस मेन में आने वाले चौथे अभ्यार्थी बने। उनका कहना है युवाओ को आगे बढ़ने लिए सही विषय और सकारात्मक मार्गदर्शन जरूरी है। कभी भी मंजिल दूर समझ कर हिम्मत नही हारनी चाहिए। उनका कहना है कि अगला लक्ष्य आईएएस का रखा है, जिसके लिए वे प्रयास करेगे। हर्ष का कहना है कि पिता दिग्विजय नेगी हमेशा प्रेरित करते रहे कि प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए प्रयास करे।19 मार्च 1988 को जन्मे हर्ष का सफर अभी खत्म नही हुआ है । मंजिल आगे है व इसके लिए प्रयास भी जारी है।