रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : जिला का एकमात्र महाविद्यालय में पूर्व प्रिंसीपल को पुन: नियुक्ति देने के मामले का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। रिकागंपिओ महाविद्यालय में प्रिंसीपल को दोबारा उसी पद पर नियुक्ति मिलने पर पूर्व में जंहा प्रदेश कॉलेज प्रवक्ता संघ ने विरोध दर्ज किया था अब हिमाचल गर्वमेंट कॉलेज टीचर एसोसिएशन ने भी प्रिसीपल के नियुक्ति के विरोध में खडे हुए है।
एचजीसीटीए रिकांगपिओ ईकाई ने कहा कि राजकीय ठाकुर सैंन नेगी कॉलेज रिकांगपिओं के सेवानिवृत प्राचार्य डा चमन महाजन जो 31 जुलाई 2016 को सेवानिवृत हुए थे लेकिन सरकार द्वारा उन्हें पांच माह के अंतराल के बाद पुन: प्रिंसीपल पद पर नियुक्ति दिए जाने पर हिमाचल गर्वमेंट कॉलेज टीचर एसोसिएशन ईकाई कडा विरोध व्यक्त करती है।
एचजीसीटीए इकाई ने प्रैस को जारी ब्यान में कहा कि सरकार के इस निर्णय को शिक्षक विरोधी नीति मानती है तथा इस तरह की नीति से शिक्षक वर्ग का मनोबल हतोत्साहित करती है। एक व्यक्ति विशेष को अत्यावश्यक मानकर अन्य योग्य एवं सम्पूर्ण शिक्षकों को नजर अंदाज किया जा रहा है जोकि विभागीय पदोन्नति में इस कारणवश अवसरहीन हो रहे हैं।
इकाई ने बताया कि डा चमन महाजन ने अपने पुन: नियुक्ति के समर्थन में दावा किया था कि महाविद्यालय रिकांगपिओ को नैक द्वारा बी ग्रेड दिलाया है जो कि पूर्णतया तर्क संगत नहीं है, क्योंकि नैक के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण दस्तावेज को महाविद्यालय द्वारा वर्ष 20 14 में ही नैक को भेजा गया था जबकि डा महाजन ने प्राचार्य के रूप में नैक की टीम आने से मात्र 2 माह पूर्व ही पदभार सम्भाला था।
इकाई ने बताया कि इस तरह से नैक की ग्रेडिंग के आधार पर अपने आप को विशिष्ट रूप से जिम्मेदार ठहराना तर्क संगत नहीं है क्योंकि नैक की ग्रेडिंग केवल प्राचार्य की ही नहीं अपितू समस्त शिक्षक एंव गैर शिक्षक वर्ग की सहयोग का नतीजा है। एचजीसीटीए रिकांगपिओ इकाई इस पक्षपात पूर्ण निर्णय का केन्द्रीय एचजीसीटीए संघ का सर्मथन करती है तथा इस नियुक्ति को शीघ्र रदद करने की मांग करती है।