कांगड़ा (एमबीएम न्यूज): करीब छह महीने पहले नगरोटा बगवां के एक होटल के साथ लगते जंगल से मिले क्षत-विक्षप्त शव के मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि मामले को पहले आत्महत्या से जोडक़र देखा जा रहा था, लेकिन बाद में इसे हत्या से जोडक़र जांच की गई तो दो आरोपियों को पकडऩे में पुलिस कामयाब हो गई।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद रिमांड पर ले लिया है। 28 जून को विपिन गुप्ता ने अपने पिता रमेश गुप्ता की 26 जून से लापता गुमशुदा होने कि रिपोर्ट नगरोटा बगंवा थाना में लिखवाई थी। 31 जून को रमेश गुप्ता का शव क्षत विक्षत हालात में वनेर खडड के साथ चांद होटल के पीछे जंगल में मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर टांडा मेडिकल कालेज मे पोस्टमार्टम करवाया व 174 के तहत मामला दर्ज किया था।
डीएसपी सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस मामले की अन्तिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट एक दिसंबर को प्राप्त हुई, जिसमें शव पर गम्भीर चोटों से मृत्यु की पुष्टि हुईं थी। पुलिस ने मामले को आईपीसी की धारा-302 के तहत छानबीन शुरू की। इस पर राज कुमार पुत्र संत राम व नरेश कुमार पुत्र किशोरी लाल को पुलिस ने पूछताछ के बाद हिरासत मे लिया है। दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। नगरोटा बगंवा पुलिस ने वीरबार को कोर्ट मे पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया है।