रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में निर्माणाधीन करच्छम-वांगतू जल विद्युत परियोजना, शोैरंग जल विद्युत परियोजना तथा टिढोंग जल विद्युत परियोजना से संबन्धित स्थानीय क्षेत्र विकास समिति किन्नौर की बैठक की अध्यक्षता की।
नेगी ने बैठक में परियोजना निर्माण कंपनी द्वारा आज दिन तक जमा की गई देय लाडा निधि बारे समीक्षा की तथा कंपनी द्वारा स्थानीय क्षेत्र विकास पॉॅिलसी के लागू होने से पहले व बाद में अपने स्तर पर किए गए विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर किए गए व्यय को स्थानीय क्षेत्र विकास निधि के बारे चर्चा की। नेगी ने परियोजना निर्माण प्रबन्धन कंपनियों को स्थानीय लोगों एवं हिमाचलियों को जल विद्युत परियोजनाओं में सत्तर प्रतिशत रोजगार सुनिश्चित करवाने को कहा।
उन्होंने बताया कि परियोजना निर्माण के कारण प्रदूषण से कृषि व बागवानी फसलों एवं वन संपदा को हुए नुकसान का 13.6 करोड़ का मुआवजा प्रभावित चार पंचायतों जिनमें मीरू, उरनी, युला तथा चगांव शामिल है को दिया गया है तथा शेष मुआवजा उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए । नेगी ने कहा कि परियोजना निर्माण से प्रभावित पंचायतों में 2900 पेड़ लगाए जा चुके है । उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में पांच हजार पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
नेगी ने लाडा निधि को परियोजना प्रभावित पंचायतों को उनके हिस्से में आने वाली राशि के अनुसार आबंटित करने हेतु संबन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए तथा विभिन्न पंचायतों में विकासात्मक कार्यों के लिए जरूरत के अनुसार राशि आबंटित करने को कहा। उन्होंने संबन्धित अधिकारियों को विभिन्न पंचायतों में चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने पंचायत स्तर पर चल रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की तथा निलंबित कार्यो को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
नेगी ने शौरंग जल विद्युत परियोजना के कारण फसल तथा निजि मकानों को हुए नुकसान के एवज में परियोजना निर्माता कंपनी द्वारा प्रभावित व्यक्तियों को मुआवजा राशि प्रदान करने के निर्देश दिए । उन्होंने परियोजना निर्माण स्थल व सडक़ो पर पानी का छिडकाव नियमित रूप से करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में जिला परिषद की उपाध्यक्ष मीनाक्षी नेगी, बीडीसी निचार की अध्यक्ष मीरा नेगी, विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान तथा जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।