रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : पूर्व विधायक तेेजवंत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में पत्रकारवार्ता करते हुए कहा कि जिला किन्नौर के सैकड़ों बीघा वन भूमि आगजनी की चपेट में है, मगर पदेश सरकार व जिला प्रशासन आग को काबू करने में नाकाम साबित हुआ है। नेगी ने कहा कि पिछले एक माह से जिला के रिब्बा, पुरबनी, आकपा, पवारी, कामरू पंचायत के कई बीघा वन भमि आग की भेंट चढ़ी हेै।
अरबों के बेशकीमती पेड़-पौधे आगजनी की चपेट में आने से राष्ट्रीय वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है। मगर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन आग को काबू पाने में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। इस अवसर पर उन के साथ जिला किन्नौर भाजपा लीगल सेल के संयोजक सतपाल नेगी, पूर्व उपप्रधान पुरबनी भी उपस्थित थे। नेगी ने कहा कि पूर्व में उत्तराखंड में भी भारी आगजनी हुई थी, तब उत्तराखंड सरकार ने हेलीकॉप्टर के द्वारा आग पर काबू पाया था।
जिला किन्नौर मे इस समय वन विभाग का कई क्षेत्र आगजनी की भयंकर चपेट में है, ऐसे में प्रदेश सरकर को भी हेलीकॉप्टर द्वारा आगजनी पर काबू पाया जा सकता है। नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन वन भूमि पर बढ़ती आगजनी पर समय रहते काबू नहीं पाया तो पुरबनी गांव भी आग के खतरे के जद में आ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने चहेतो को खुश करने के लिए चैयरमेन, वाइस चैयन की फौज खड़ी कर दी है। कांग्रेस शासन में चार वर्ष के शासन में जिला किन्नौर मे विकास पूरी तरह रूकी है।
सरकार भाजपा समर्थित पंचायत प्रतिनिधियों को तंग किया जा रहा है। उन्हांनेे कहा कि वर्ष 2००० के भाजपा के शासन में जिला में भारी त्रासदी में प्रो. धूमल ने हेलीकाप्टर सेवा दे कर मटर को मंडियों मे पहुंचाया था। नेगी ने प्रदेश सरकार से मांग किया कि समय रहते हेलीकॉप्टर के द्वारा वन भूमि पर लगी आग को काबू पाया जाए।