नालागढ़ (एमबीएम न्यूज): चंद दिन पहले बिजली बोर्ड कर्मी से दिनदहाड़े नकाबपोशों द्वारा 2 लाख 33 हजार रुपए की लूट से सनसनी फैल गई थी। मगर वारदात के बाद पुलिस पूरे संयम से छानबीन में लगी रही। लिहाजा आखिर में पुलिस का तीर निशाने पर बैठा। राज खुल कर सामने आ गया।
दरअसल इस वारदात को अंजाम देने के लिए बिजली बोर्ड के कर्मचारी लक्ष्मी नारायण ने ही साजिश रची थी, जो इस बात को बखूबी जानता था कि कब कैश को बैंक में जमा करवाने के लिए ले जाया जाता है। इस वारदात को अंजाम देने के लिए लक्ष्मी नारायण ने गोल्डी व टिंका को अपने साथ लिया। सीसी फुटेज व सही दिशा में जांच से पुलिस को लक्ष्मी नारायण पर शक हुआ, जो पिछले दिनों से डयूटी पर भी नहीं जा रहा था। साथ ही वारदात की जगह के आसपास भी देखा गया था।
इसी बीच एक एनडीपीएस के केस में पुलिस ने लक्ष्मी नारायण व गोल्डी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान लूट की वारदात का भी खुलासा हो गया। इसी बीच तीसरे लुटेरे को भी दबोच लिया गया। उसने भी अलग से पूछताछ पर बात कबूल ली। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे पंजाब में छिप गए। पुलिस ने भी ऐसा प्रतीत किया कि मामला ठंडा हो चुका है। तीनों वापस लौटे तो पुलिस के राडार पर पहले से ही थे।
गौरतलब है कि क्षेत्र के व्यस्त इलाके में पंजहेरा रोड पर घोड़ाचौक के नजदीक बिजली कर्मी से कैश को लूट लिया गया था। डीएसपी डॉ. साहिल अरोड़ा ने पुष्टि करते हुए कहा कि बिलासपुर के सवारघाट के नजदीक से तीन लाख 43 हजार रुपए के चैक बरामद कर लिए गए हैं। साथ ही पासबुकें भी मिली हैं, जो नकदी की लूट के साथ ही छीन ली गई थी।