रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : रांगले में निर्माणाधीन परियोजनाओं में भारी विस्फोटों के प्रयोग से मकानों में दरारें पडऩे की घटनाएं सामने आने लगी हैं। डीएलआई कंपनी द्वारा निर्माणाधीन 8 मैगावाट क्षमता वाली रोरा परियोजना का निर्माण बीते तीन-चार वर्षो से चल रहा है। परियोजना प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का आरोप है कि परियोजना निर्माण कार्यो में शक्तिशाली विस्फोटकों के प्रयोग से रांगले नामक स्थान पर कई मकानों में दरारें पडऩी शुरू हो गई हैं।
रांगले निवासी दिलबाग नेगी ने बताया कि जब से उक्त परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ है, तब से ही उन के मकानों में दरारे पडऩी शुरू हो गई थी। यह दरारें आज इतनी अधिक हो गई हैं कि उन के दो बाथरूम सहित एक स्नानगृह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं अब आरसीसी के मकान की दिवारों में भी भारी दरारें पडंने से पूरा रिहायशी मकान ही असुरक्षित हो गया है। उन्होंने बताया कि अब तो मकान के साथ लगते खेतों में भी दरारें पडऩी शुरू हो गई हैं।
नेगी ने हैरानी जताई कि इस घटना की शिकायत कई बार परियोजना प्रबंधन व प्रशासन से की जा चुकी है। बावजूद इसके अब तक कोई कार्यवाई नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि इसी प्रकार की और भी कई घटनाए रांगले क्षेत्र में देखी जा रही हैं। नेगी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इन बड़ी घटना पर कड़ा संज्ञान लिया जाए।