हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : प्राइमरी टोटल नी रिप्लेसमेंट नी अथ्र्रोप्लास्टी ज्यादातर मरीजों में बेहतर मानी जाती है और इसका प्रमाण 20 साल का दुनिया भर का फॉलोअप डाटा है। अपनी टीम द्वारा मैनेज किए गए मरीजों का परिणाम सांझा करते हुए फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एंड ओर्थोपेडिक्स के डायरेक्टर डॉ. रमेश सेन ने कहा कि 90 फीसदी मरीजों के दर्द में काफी तेज़ बेहतरी हुई है। वह काम कर रहे हैं और लाइफ की ओवर आल क्वालिटी बेहतर हुई है।
करीब 85 फीसदी मरीज़ सर्जरी से संतुष्ट हैं। ओर्थपेडीक सर्जरी में माहिर और 30 साल का अनुभव रखने वाले डॉ. सेन ने आगे बताया कि यह भारत में पहली बार है कि मरीजों का इतना बड़ा डाटा रिकॉर्ड किया गया है और इसकी डॉक्यूमेंटेशन हुई है। यह डाटा डॉ. सेन के कुछ मरीजों से भी संबंध रखता है। 153 का एक ग्रुप इसमें 22 ने सिंगल नी रिप्लेसमेंट और 133 लोगों ने दोनों घुटनों की सर्जरी करवाई कुल 288 ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई थी।
डॉ. सेन ने कहा नी ज्वाइंटस को छोडकऱ बाकी 283 को 90 फीसदी रेंज आफ मोशन मिला है, जो कि हमारे चलने-फिरने से मेल खाता है। एक-तिहाई लोगों को जमीन पर बैठने की क्षमता मिली। आम रेंज एक-तिहाई को बहुत अच्छी 100 डिग्री से भी ज्यादा की मूवमेंट और बाकी एक-तिहाई को लाभदायक रेंज 90 फीसदी से ज्यादा मिली। उन्होंने कहा कि यह सभी अवलोकन फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली में किए गए।
डॉ. सेन ने आगे कहा, हम नी अर्थोप्लास्टी को रूटीन सर्जरी की तरह निभाते हैं। हमारा सेंटर मरीजों की सेवा में समर्पित हैं और हम लोग परिणामों का मूल्यांकन अंतरर्राष्ट्रीय स्टैंडर्ड्स के हिसाब से करते हैं।