नेरचौक(कपिल सेन) : बल्ह घाटी में स्थित कुछ एक शिक्षण संस्थानों व निजी स्कूलों में स्कूल बसें नियमों को ताक पर रख कर चलाई जा रही हैं, वहीं प्रशासन निद्रावस्था में सोया है। जबकि कुछ निजी शिक्षण संस्थानों की बसें अपने स्वार्थ के चक्कर में मासूम नौनिहालों व युवाओं की जिंदगी को दांव पर लगा नियमों की अनदेखी कर रही है।
पिछले लगभग नौ महीनों से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें स्कूल प्रबंधन की लापरवाही व प्रशासन की अनदेखी उजागर हुई है। घाटी के बगला में अभी कुछ रोज पहले बस के नीचे आने से एक बच्ची की मौत हो गई थी, वहीं लुणापानी में थ्री व्हीलर व तेज रफ्तार स्कूल बस की जोरदार टक्कर से दो व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गये तथा डडौर में बाईक व स्कूल बस की टक्कर सहित कई ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
गत सप्ताह एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसमें भंगरोटू में स्थित कथित तौर पर डीपीएस के नाम से चल रहे निजी स्कूल प्रबंधन बस को पिछले नौ महीनों से बिना पंजीकरण के ही सड़क पर सरपट चला रहा था। इससे प्रशासन की लापरवाही व गैर जिम्मेदाराना रूख साफ झलकता है, यही कारण है कि संस्थान नियमों की धज्जियां उड़ा ठेंगा दिखा रहे हैं। वहीं शिक्षण संस्थानों की सैकड़ों बसें रोजाना तेज रफ्तार से दौड़ती देखी जा सकती हैं, जिससे कभी भी बड़ी अनहोनी घट सकती है।
बुद्धिजीवी वर्ग का मानना है कि निजी शिक्षण संस्थान मोटी कमाई के चक्कर में अप्रशिक्षित चालकों को भर्ती कर और नियमों का ज्ञान न होने के कारण स्कूल बसों को सरपट दौड़ा रहे है। जहां एक ओर अधिकतर बसें तय सीटों से अधिक बच्चों से भरी पड़ी होती हैं। साथ ही ज्यादातर बसों के साथ कुशल सहायक परिचालक भी नहीं होतें हैं। वहीं चालक व परिचालक निर्धारित की गई वर्दी के बिना ही वाहन चला रहे होते हैं।
नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ विभागीय कार्यवाई अमल में लाई जाएगी, विभाग इसको लेकर अभियान चलाएगा। खामिया पाएं जाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। – डॉ. मुरारी लाल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मंडी
पुलिस समय समय पर नियमों का उलंघन करने वालों पर कार्यवाई करती है और आगे से गलती न करने की चेतावनी भी दी जाती हैै। अभी हाल ही में बिना पंजीकरण से चल रही एक निजी स्कूल बस को पुलिस ने कब्जे में लिया है।
– संजीव सूद, बल्ह थाना प्रभारी