मंडी (वी कुमार) : हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक आफिसर्ज एवं इंपलाइज फेडरेशन ने कहा है कि इस समय प्रदेश भर में कार्यरत हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखाओं में लगभग 3 अरब रुपए जमा पड़ा हुआ है। फैडरेशन के महासचिव नरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि यदि बैंक प्रबंधन ने रोकड़ को जमा करवाने हेतु उचित कदम नहीं उठाए तो बैंक को इससे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि यह राशि शाखाओं में कुछ दिन पड़ी रही तो इससे बैंक की लाभप्रदता बुरी तरह से प्रभावित होगी।
इसका असर बैंक में कार्यरत कर्मचारियों एवं अधिकारियों के वेतन भत्तों एवं पेंशन आदि पर भी पड़ेगा जिसे केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय में शपथ पत्र द्वारा व्यक्त कर चुकी है। फेडरेशन का कहना है कि दूसरी ओर शाखाओं में रोकड़ की भारी कमी है। लोगों को सरकार के निर्देशों के अनुसार पैसे देने हेतु समुचित रोकड़ उपलब्ध नहीं है। बैंक प्रबंधकों को जहां एक ओर स्टाफ की कमी से जूझना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर रोकड़ की कमी के चलते आम लोगों से दो चार होना पड़ रहा हे।
महासचिव ने बैंक प्रबंधन से मांग की है कि पुराने नोटों को जमा करवाने तथा रोकड़ की आपूर्ति हेतु शीघ्र अति शीघ्र ठोस उपाय करने चाहिए ताकि आम जनता परेशान न हो। वैसे भी पहली दिसंबर से शाखाओं को पेंशन तथा वेतन का भुगतान करना पड़ेगा। फेडरेशन का कहना है कि वर्तमान में बैंक सिर्फ नोटों के फेरबदल में व्यस्त है और अन्य कार्य जैसे ऋण वितरण, उगाही हेतु कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
महासचिव ने बताया कि केंद्रीय सरकार ग्रामीण बैंक कर्मचारियों की पेंशन को लाभप्रदता ने नहीं जोड़ी जा सकती। उन्होंने बताया कि इस समय बैंक में कार्यरत सभी कर्मचारी व अधिकारी प्रबंधतंत्र के दबाव में दिन रात कार्य कर रहे हैं और लोगों की समस्याओं को दूर करने में व्यस्त है। यह भी चेतावनी दी कि यदि समय रहते प्रबंधतंत्र ने कर्मचारियों की समस्याओं का निदान नहीं किया तो कर्मचारी कभी भी संगठित संघर्ष बिगुल बजा सकते हैं।