मौसम में आए बदलाव के कारण इन दिनों जिला के फल उत्पादक चिंतित हैं। लगातार बारिश व बर्फबारी के बाद रात को मौसम साफ होने के बाद ठंडी हवाएं चल रही हैं। तेज हवाओं के कारण क्षेत्र में बादाम-पलम की फ्लावरिंग को नुकसान पहुंचने का खतरा बना है। बागवान विशेषज्ञो का मानना है कि अधिक ठंड से फूलों को चीलिंग इंजरी हो सकती है और फूल झड़ सकते हैं। इसी तरह हवा चलने से में प्रागण क्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है। विशेषज्ञो की मानें तो हवा के कारण मक्खियां आसानी से भिनभिना नहीं सकती। इससे पहले भी बारिश और बर्फ के कारण बादाम-खुमानी और पलम को कई इलाकों में नुकसान पहुंचा है। उधर गुठलीदार फल उत्पादक संघ के राष्टीय अध्यक्ष डॉ. आरएस मिन्हास ने बताया कि रात को बारिश के बाद एकदम मौसम बिलकुल साफ होने से फलदार पेड़ों को फ्लावरिंग के दौरान नुक्सानदायक है। इसलिए रात को बगीचों में टैम्प्रेचर को बनाए रखने के लिए आग जला कर धुआं आदि भी निकाला जा सकता है। हालांकि अभी फसल को मौसम से कोई नुकसान नहीं है।
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