मंडी(वी कुमार) : आधुनिक तकनीक का दावा करने वाले लोक निर्माण विभाग के गुणवता कार्य का नमूना देखना हो तो कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। शहर से केहनवाल को जा रही सडक़ इसकी जीती जागती मिसाल है। इस मार्ग पर मन्याणा से लेकर आगे तक हाल ही में मरम्मत के नाम पर तारकोल बिछाया गया। तारकोल से सडक़ काली तो हो गई मगर यह पहले से भी ज्यादा उबड़ खाबड़ बन गई।
महज लीपा पोती तारकोल बिछाने के नाम पर की गई है और रोचक है कि विभाग द्वारा तारकोल बिछाने के बाद सडक़ की हालत पहले से भी ज्यादा खराब नजर आती है। नीचे पुरानी तारकोल साफ नजर आती है। जगह-जगह से यह उखड़ गई है जिससे काली बजरी सडक़ पर बिखर गई है, जो दोपहिया वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक बन गई है। नैणा देवी व बाला कामेश्वर मंदिर के पास सडक़ में पहले से ज्यादा गड्डे नजर आ रहे हैं। जिस तरह से यह सडक़ उखडऩे लगी है यह सब देखते ही बनता है और लगता नहीं कि यह पहली बारिश भी सह पाएगी।
हालांकि लोक निर्माण विभाग ने एक विंग गुणवत्ता जांच यानि क्वालिटी कंट्रोल का भी खोल रखा है मगर लगता है कि किसी को मौके पर जाकर काम कैसा हो रहा है इसे देखने का समय ही नहीं है। अब शहर के साथ लगती सडक़ की यह हालत है तो दूर दराज गांवों में किस तरह की क्वालिटी का काम होगा इसका अंदाजा अपने आप लग सकता है।