मंडी (वी कुमार) : भारतीय संस्कृति निधि (इंटेक) द्वारा भीष्म अष्टमी के मौके पर 14 नवंबर को मंडी शहर में ब्यास नदी के तट पर दीप दान को आयोजन किया जाएगा। गत वर्ष भी इसका आयोजन किया गया था मगर इस बार इसे बड़े पैमाने पर किया जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में लोग अपने हाथों से ब्यास नदी के हनुमानघाट पर करेंगे।
भीष्म पंचक का हिंदु धर्म में बड़ा महत्व है और पुराणों व ग्रंथों में कार्तिक माह में भीषा पंचक व्रत का विशेष महत्व कहा गया है। भारतीय संस्कृति के इस पर्व को छोटी काशी मंडी में एक अलग अंदाज में मनाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए इंटेक मंडी इकाई के सह संयोजक अनिल शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम हनुमानघाट पर शामसाढ़े पांच बजे से होगा।
उनके अनुसार भीष्म पितामह की स्मृति में जो व्यक्ति उश, तिल जल के साथ श्राद्ध अर्पण करता हे उसे संतान व मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन पत्तों से बने डोने में पुष्प व दीप जलाकर तारती है और इस कार्यक्रम में हजारों दीप ब्यास नदी में तैरने के लिए छोड़े जाएंगे। अनिल शर्मा ने बताया कि डोने व पुष्प आदि संस्था द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वह भारतीय संस्कृति से ओत प्रोत आयोजन में अधिक से अधिक तादाद में आकर भाग लें।