नाहन (एमबीएम न्यूज): खबर बेहद मार्मिक है। शहर के समीप कालाअंब मार्ग पर स्थित मां बालासुंंदरी गौशाला में एक बछड़ी के जन्म लेते ही उसकी मां (गाय) की मौत हो गई। गौशाला के स्टाफ को बछड़ी के लालन-पोषण में काफी दिक्कत आ रही थी। बछड़ी को बॉटल में भरकर दूध पिलाया जाता है। मंगलवार को गोपाष्टमी के अवसर पर बिन मां की बछड़ी को पालनहार मिल गई है।
पांवटा साहिब की रहने वाली इंदु बाला ने बछड़ी को गोद ले लिया है। हर माह गौशाला प्रबंधन को 1100 रुपए की राशि देंगी। साथ ही जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त राशि भी खर्च करेंगी।
----
--
----
पशु अत्याचार निवारण समिति की सचिव डॉ. नीरू शबनम ने बताया कि ‘‘मेरे परिवार के नाम’’ योजना के तहत दुधमुंही बछड़ी को गोद लेकर महिला ने नेक कार्य किया है। डॉ. शबनम ने कहा कि इस तरह के नेक कार्यों के लिए अन्य लोगों को भी सामने आना चाहिए।
गऊशाला में रही गोपाष्टमी की धूम
माता बाला सुन्दरी जी गौ-शाला में पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण समिति (एसपीसीए) द्वारा आज गोपाष्टमी पर्व का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया ने की।
उपायुक्त ने अपने सम्बोधन में कहा कि गाय का दूध- सर्वोतम आहार, बने स्वस्थ, सद होगे विचार। उन्होने कहा कि गोपाष्टमी का पर्व गौ पूजन व सौभाग्य वृद्वि के लिए महत्वपूर्ण होता है तथा हमें पशुओं के प्रति क्रुरता न दिखाकर उनका प्रेमभाव से पालन पोषण करना चाहिए। उन्होनें जिला के पशु पालको से अपील की वह अपने पशु सडकों में न छोडे।
उपायुक्त ने इस मौके पर पूजा अर्चना की तथा हवन में भाग लिया तथा गाय को हरा चारा भी खिलाया। इस अवसर पर स्थानीय निवासी नीना कौशिक ने एक बछड़ी को गोद लिया जिसके लिए वह प्रतिमाह 1100 रूपये की राशि प्रदान करेगी। नीना कौशिक ने गौ सदन के लिए 5100 रूपये की नगद राशि भी दान की।
इससे पहले उप-निदेशक पशुपालन डॉ नीरू शबनम ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा समिति द्वारा गौ सदन में चलाए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पशुपालकों और कृषकों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया तथा इस शिविर के दौरान पशुपालकों तथा कृषकों को दवाईयों की किट भी वितरित कि गई।
इस अवसर पर एसडीएम नाहन कृतिका कुल्हारी, डॉ राजीव खुराना के अतिरिक्त गौ-सदन कार्यकारिणी के सदस्य भी उपस्थित थे
---