हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : दिवाली का जश्न गांव जसाई में रहने वाली ब्रहमी देवी के लिए काल का ग्रास बन गई। दिवाली के दिन सभी गांव वासी अपने-अपने घरों में दिवाली के दिन पाठ-पूजा करने के उपरांत घरों में पटाखे चला रहे थे और जश्न मना रहे थे। तभी एक छोटी सी चिंगारी ने रात लगभग 10 बजे ब्रह्मी देवी की पशुशाला धूं-धूं कर जलने लगी, मगर जब गांववासियों ने गांब के एक छोर से धुंआ उठता हुआ देखा तो सभी उस ओर दौड़ पडे।
सबसे पहले तो गांववासियों ने पशुशाला में बांधे हुए 4 मवेशियों को अंदर से कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। उसके उपरांत आग बुझाने में जुट गए। आग ने पशुशाला में रखी गयी घास की वजह से बहुत जल्दी विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ब्रह्मी देवी गरीब परिवार से संबंध रखती है। अचानक इस तरह की त्रासदी से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
गांववासी समाजसेवी बहादुर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि गांव वासी इकठ्ठा नहीं होते तो समस्या ज्यादा गंभीर भी हो सकती थी। मगर गांव के नौजबानों और महिलाओं ने आग को बुझाने में काफी सरहानीय कार्य किया। स्थानीय प्रधान जसाई रेखा देवी ने सरकार और जिला प्रशासन से पीडि़त परिवार की मदद करने की गुहार लगाई है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्रर सिंह सुक्खू और स्थानीय विधायक विजय अग्निहोत्री ने भी इस हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया है। विधायक अग्निहोत्री ने पीडि़त परिवार को सरकार से हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है।
उपमंडल अधिकारी नादौन अमित मेहरा से जब इस बारे बात की गई तो उन्होंने बताया की स्थानीय पटवारी को मौके पर भेजने के आदेश दे दिए हैं और नुकसान बारे शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है