धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़) : प्रदेश सरकार राज्य के लोगों को गुणात्मक एवं आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और वर्तमान वित्त वर्ष में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा पर 1689 करोड़ रूपये व्यय किये जा रहे हैं तथा टांडा अस्पताल में अधोसंरचना के विकास पर 150 करोड़ रूपये की राशि व्यय की गई है। वे आज डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा में कैथ लैब, नेत्र बैंक तथा ‘फाइब्रोस्कैन’ मशीन के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार टांडा अस्पताल को सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के रूप में विकसित करने पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में नेत्र बैंक खुलने सेे दृष्टिहीन रोगियों को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला के बाद प्रदेश का यह दूसरा नेत्र बैंक होगा।
उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल में माताओं एवं शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए 4 करोड़ रूपये की लागत से 200 बिस्तर का मातृ शिशु स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने टांडा के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में 5 करोड़ 75 लाख रूपये की लागत से स्थापित कैथ लैब का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कैथ लैब के स्थापित होने से हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सुविधा मिलेगी।
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री ने 1.75 करोड़ रूपये की लागत से स्थापित ‘फाइब्रोस्कैन’ मशीन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस मशीन के स्थापित होने से लीवर संबंधी रोगों का शुरुआती स्तर पर ही पता लगा पाना संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि पीजीआई के बाद उत्तर भारत में यह यह पहली ‘फाइब्रोस्कैन’ मशीन स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 4.40 करोड़ रूपये की लागत से बर्न यूनिट स्थापित की जा रही है।
ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार नेे प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में निःशुल्क मिलने वाली दवाईयों की नामवार सूची मुख्य गेट पर बड़ा बोर्ड लगा कर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके। इसी क्रम में टांडा अस्पताल के मुख्य गेट पर भी बड़ा बोर्ड स्थापित कर निःशुल्क दवाईयों की सूची प्रदर्शित की गई है। उन्होंने कहा कि खाली पड़े पदों को शीघ्र प्राथमिकता के आधार पर भरा जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल योजना शुरू की गई है, जिसके तहत ऐसे सभी व्यक्तियों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधा प्रदान की जाएगी, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना तथा अन्य किसी चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के दायरे में नहीं आते हैं।
इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामले, परिवहन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल चौहान, एसडीएम कांगड़ा देबा श्वेता बानिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरएस राणा सहित टांडा मेडिकल कालेज के स्टाफ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।